पुलिस ने गया निवासी वर्तमान में पश्चिम बंगाल के बर्धमान के रहने वाले पंकज कुमार गुप्ता सहित उसके सहयोगी झारखंड के गिरिडीह निवासी पिंटू चौधरी को गिरफ्तार किया है.
भागलपुर. कुछ दिन पूर्व नकली नोटों के मामले में मिले भागलपुर कनेक्शन के बाद एनआइए की टीम इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर गुमटी नंबर 3 पहुंची थी. जहां एनआइए की टीम ने बड़ी मस्जिद के पास रहने वाले मो नजरे सद्दाम के घर छापेमारी की थी. अब एक ताजा मामला औद्योगिक प्रक्षेत्र (जीरोमाइल) थाना में पकड़ा गया है. बताया जा रहा है कि पकड़े गये अभियुक्त क्रिप्टो करेंसी में लाखों गंवाने के बाद नकली नोटों के अवैध कारोबार में उतरे थे. भागलपुर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार रात नाकाबंदी कर कार से लायी जा रही नकली भारतीय नोटों की खेप को बरामद किया है. मामले में पुलिस ने गया निवासी वर्तमान में पश्चिम बंगाल के बर्धमान के रहने वाले पंकज कुमार गुप्ता सहित उसके सहयोगी झारखंड के गिरिडीह निवासी पिंटू चौधरी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों की पश्चिम बंगाल रजिस्ट्रेशन नंबर वाली कार के साथ उनके मोबाइल, लैपटॉप आदि को भी जब्त किया है. मिली जानकारी के अनुसार मामले में हुई गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को दोनों आरोपितों को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार शाम वरीय पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल से नकली नोटों की खेप बंगाल नंबर वाली गाड़ी से सबौर रोड के रास्ते तस्करी कर भागलपुर में खपाने के लिए लाया जा रहा है. इस पर वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया. और जीरोमाइल और बाबूपुर मोड़ के बीच नाकाबंदी कर बंगाल रजिस्ट्रेशन वाली सभी गाड़ियों की चेकिंग की जाने लगी. इसी बीच सबौर की ओर से आ रही बंगाल रजिस्ट्रेशन वाली आइ10 कार को पुलिस ने चेकिंग के दौरान रोका. जिस पर चालक झारखंड के गिरिडीह स्थित बेंगाबाद थाना क्षेत्र के छाताबाद गांव का रहने वाला पिंटू चौधरी सवार था. उसके साथ गया जिला के आमस थाना क्षेत्र स्थित बाजार शिव मंदिर के समीप रहने वाला पंकज कुमार गुप्ता सवार था. जिसने बताया कि वर्तमान में वह पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान स्थित हरीशपुर अंडाल के लच्छीपुर में रहता है. चेकिंग के दौरान कार के डैशबोर्ड से पुलिस ने 500 रुपये का एक नोट, पंकज कुमार गुप्ता के पर्श से 500 रुपये के 11 नोट और पंकज गुप्ता द्वारा पहनी गयी जींस में घुटने के पास बने गुप्त पॉकेट से 500 रुपये कुल 38 नोटों को बरामद किया गया. जांच करने पर बरामद किये गये नोट नकली थे जोकि बिल्कुल असली जैसे प्रतीत हो रहे थे. मामले में पुलिस ने अपने बयान पर केस दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया. और इसकी सूचना वरीय पुलिस अधिकारियों को दी गयी. भागलपुर पुलिस की ओर से इस बात की जानकारी राज्य और केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी दी गयी है.
लाखों रुपये के नकली नोट को बिहार में खपा चुके हैं तस्कर
पूछताछ के दौरान पंकज कुमार गुप्ता ने पुलिस को जानकारी दी है कि वह पहले क्रिप्टो करेंसी में काम करता था, जिसमें उसे भारी नुकसान हुआ था. उक्त नुकसान की भरपाई के लिए वह नकली नोटों के अवैध कारोबार और तस्करी में कूद गया. जिसमें उसका दोस्त पिंटू चौधरी उसका सहयोग कर रहा था. पंकज कुमार गुप्ता ने बताया कि पश्चिम बंगाल में रहने वाले नकली नोटों के बड़े तस्करों और दलालों के माध्यम से वह नकली नोट उनसे लेता था. और उन्हें बिहार में खपाने के लिए लाता था. अब तक वे लोग लाखों रुपये के नकली नोटों को बिहार में खपा चुके थे. इस बार वे लोग नकली नोटों को पश्चिम बंगाल से लाकर भागलपुर में खपाने वाले थे. पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इधर मामले को लेकर भागलपुर पुलिस नकली नोटों के कारोबार के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज की तलाश करने में जुटी हुई है. जिसमें भागलपुर के रहने वाले कुछ व्हाइट कॉलर लोगों का भी नाम आया है.