चिकन खाना छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी को पसंद होता है. लेकिन रोजाना इसका सेवन करना सही है या गलत? जानें यहां
चिकन खाना ज्यादातर मांसाहारी लोगों को पसंद होता है. ऐसे में चिकन का नाम सुनते ही कई लोगों के मुंह में पानी आने लगता है. ज्यादातर लोगों को चिकन खाना भी पसंद होता है और वे चिकन को अलग-अलग तरीकों से बनाते भी हैं. आपको बता दें, चिकन उन खाद्य पदार्थों में सबसे पहले आता है जिसे कई लोग हेल्दी फूड मानते हैं क्योंकि ये बेहद स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है. वहीं कई लोग इसे सेहत के लिए हेल्दी फूड मानकर हर दिन इसका सेवन करते हैं. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि रोजाना चिकन का सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक? यदि नहीं जानते तो इस खबर के माध्यम से जान लें…
कुछ लोग हफ्ते में एक या दो बार चिकन खाते हैं. वहीं, कुछ लोग रोजाना चिकन खाना पसंद करते हैं. कुछ लोगों को इसकी इतनी लत होती है कि वे चिकन के बिना खाना नहीं खाते. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि विटामिन मिनरल्स और अमीनो एसिड से भरपूर होने का बावजूद, हर दिन चिकन खाने से कई स्वास्थय समस्याएं हो सकती हैं. जिनमें शामिल है…

हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या
चिकन का सही तरीके से सेवन करने से आपके कोलेस्ट्रॉल के लेवल में वृद्धि नहीं हो सकती है. यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसका सेवन कैसे करते हैं. अगर आप नियमित रूप से डीप-फ्राइड चिकन खाते हैं, तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाएगा. वास्तव में, अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि सफेद मांस वाले चिकन से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर उसी तरह बढ़ता है जैसे लाल मांस से बढ़ता है. अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए, ग्रिल्ड, उबला हुआ, बेक किया हुआ या स्टिर-फ्राइड चिकन खाना सबसे अच्छा है.
हाई हिट फूड
चिकन को तेज गर्मी वाला यानी हाई हिट फूड खाना माना जाता है. यह आपके शरीर के समग्र तापमान को बढ़ा सकता है, सरल शब्दों में कहें तो यह शरीर में ‘गर्मी’ पैदा कर सकता है. इसके कारण, कुछ लोगों को नाक बहने की समस्या हो सकती है, खासकर गर्मियों के दौरान. चिकन के रोजाना सेवन से ऐसी स्थिति हो सकती है. अगर आपको नियमित रूप से चिकन खाने के बाद नाक से खून आने की समस्या होती है, तो आप रोजाना चिकन खाना बंद कर दें या इसे कुछ दिनों के अंतराल पर खाना सबसे अच्छा है.
वजन बढ़ना
नियमित रूप से चिकन खाने का एक और दुष्प्रभाव वजन बढ़ना हो सकता है. चिकन बिरयानी, बटर चिकन, फ्राइड चिकन और कई अन्य खाद्य पदार्थ उच्च कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ हैं और काफी भारी होते हैं. कभी-कभार इन्हें खाना बिल्कुल ठीक है, लेकिन नियमित रूप से खाने से निश्चित रूप से वजन बढ़ सकता है और कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ सकता है.
यूटीआई की समस्या
चिकन की कुछ किस्मों को मूत्र पथ के संक्रमण या यूटीआई से भी जोड़ा जा सकता है. अमेरिकन सोसाइटी फॉर माइक्रोबायोलॉजी के जर्नल mBio में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, E.coli के एक विशेष प्रकार वाले चिकन से यूटीआई सहित कई तरह के संक्रमण हो सकते हैं. साइंस डेली के अनुसार, शोधकर्ताओं की एक टीम ने 2,452 मांस के नमूनों में से लगभग 80 फीसदी में और मांस खाने वाले रोगियों के 72 फीसदी सकारात्मक मूत्र और रक्त संस्कृतियों में E.coli पाया. ऐसे संक्रमणों को रोकने के लिए एंटीबायोटिक्स के बिना पाले गए चिकन का सेवन करना सबसे अच्छा है.
यूरिक एसिड का बढ़ना
हम सभी को पता है कि चिकन प्रोटीन का एक स्रोत है और आम तौर पर इसे कम प्यूरीन वाला भोजन माना जाता है, लेकिन इसे रोजाना अधिक मात्रा में खाने से कुछ व्यक्तियों में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है, विशेष रूप से गाउट से ग्रस्त व्यक्तियों में. चिकन के अधिक सेवन से हाथ-पैर या जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है.
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)