कोडरमा: जिले के झुमरी तिलैया स्थित शिव वाटिका में सोमवार को कांग्रेस की संगठनात्मक समीक्षा बैठक आयोजित की गई. जिसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी शामिल हुए. बैठक के दौरान उन्होंने रांची में 3 मई को आयोजित होने वाले संविधान बचाव यात्रा में कोडरमा के ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को शामिल होने का आवाहन किया. बैठक में कार्यकर्ताओं को अपनी-अपनी ओर से संगठन को मजबूत बनाने के लिए सुझाव दिए और समस्याओं से मंत्री अवगत हुए.
बैठक में दर्जनों महिलाएं हाथों में तख्तियां लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंची और मंच पर बैठे मंत्री के सामने एक मामले को लेकर सीओ को बर्खास्त करने की मांग करने लगीं. इसके साथ ही कई लोगों ने सीओ मुर्दाबाद के नारे लगाए. विरोध बढ़ता देख मंत्री इरफान अंसारी को माइक थामना पड़ा और लोगों को शांत कराना पड़ा. बाद में विरोध कर रहे लोगों को शांत कराया गया. मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि अगर सीओ गलत करेगा तो उसे हटाया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि अगर किसी को डीसी, एसपी और सिविल सर्जन से शिकायत है तो बताइए. लेकिन इस तरह से विरोध करना ठीक नहीं है. उन्होंने मंच से कहा कि सरकार आपके सामने बैठी है, समस्या का समाधान होगा. गौरतलब है कि रविवार को डोमचांच अंचलाधिकारी ने डोमचांच में कुछ अतिक्रमण किए मकान को ध्वस्त किया था और उसी के विरोध में मंत्री के सामने महिलाएं स्टेज पर सीओ की शिकायत लेकर पहुंची थीं.
कार्यक्रम के दौरान रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार को हटाए जाने के मामले में हाई कोर्ट के आदेश के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि कोट ने आदेश दे दिया है. अब सरकार की ओर से जवाब दाखिल किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में जब कुछ अच्छा करना चाहते हैं, तो भाजपा तरह-तरह के हतकंडे अपना कर कोर्ट तक पहुंच जा रही है.
कार्यक्रम के अंत में पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों की याद में 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि उन्होने 4 महीने का वेतन पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के आश्रितों को देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब आतंकवाद के खिलाफ सामने से प्रहार करने की बारी है. उन्होंने कहा कि अब पीएम मोदी को 56 इंच का सीना आतंकियों को दिखाने की बारी है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि घटना को लेकर झारखंड में अलग-अलग इलाकों में जो कार्रवाई हो रही है, उसकी गहनता से जांच की जानी चाहिए, तभी देश के असली गद्दारों को चिन्हित किया जा सकेगा.