जम्मू-कश्मीर में एकमात्र वामपंथी नेता और कुलगाम से विधायक यूसुफ तारिगामी ने केंद्र में बीजेपी की सरकार पर हमला बोला.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में एकमात्र कम्युनिस्ट विधायक ने सोमवार को कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार उमर अब्दुल्ला नीत सरकार को ‘अप्रभावी’ बना रही है. ताकि वह काम न कर सके और लोग सरकार से नाखुश रहें.
सीपीआईएम नेता और कुलगाम से विधायक मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा कि असली सत्ता दिल्ली के पास है और दुर्भाग्य से जम्मू-कश्मीर के लोगों को दंडित किया जा रहा है.
तारिगामी ने कहा, ‘भाजपा जम्मू-कश्मीर सरकार को अप्रभावी बनाना चाहती है ताकि वह काम न कर सके और लोग सरकार से नाखुश रहें. मेरी राय में यह देश के संविधान के लिए हानिकारक है. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में आश्वासन दिया था कि राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा. अब वे इसमें देरी कर रहे हैं और जम्मू-कश्मीर के लोगों को दंडित कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि सरकार अपने अधिकार और जनादेश के अनुसार काम करेगी, लेकिन भाजपा यहां छह महीने पूरी कर चुकी सरकार को निरस्त्र करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, ‘उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है. सरकार को कमजोर किया जा रहा है और आशंका है कि भाजपा इसे और कमजोर करेगी. भाजपा को जनादेश (2024 विधानसभा चुनाव) पसंद नहीं है. और भविष्य में इस बात की संभावना कम ही है कि भाजपा जनादेश का सम्मान करेगी, बल्कि इसे और कमजोर करेगी.’
सीपीआईएम नेता ने कहा कि सरकार को अधिकार से वंचित करना जम्मू-कश्मीर, भारतीय लोकतंत्र और पूरे देश के हितों के लिए हानिकारक है. जब आप जनादेश का सम्मान नहीं कर रहे हैं, तो आप अन्य विभाजनकारी ताकतों को अवसर प्रदान कर रहे हैं. जब आप लोगों की आकांक्षाओं को अनदेखा करते हैं तो उनकी अनिश्चितताएं और गहरी होती जाएगी. आप पुलिस और सब कुछ होने के बावजूद शांति की वास्तविक प्रक्रिया को बहाल नहीं कर सकते.
तारिगामी हाल ही में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा मध्यम श्रेणी के प्रशासनिक अधिकारियों के तबादलों को लेकर हुए विवाद का जिक्र कर रहे थे, जिसका उमर के नेतृत्व वाली सरकार ने विरोध किया था. उन्होंने श्रीनगर में गृह मंत्री की सुरक्षा समीक्षा का भी जिक्र किया, जिसमें मुख्यमंत्री शामिल नहीं हो सके.
उन्होंने कहा कि लोगों ने जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए गैर-भाजपा सरकार को जनादेश दिया था. उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों के लिए राज्य का दर्जा महत्वपूर्ण है. हमारे राज्य को नगरपालिका के स्तर तक कम कर दिया गया. जिस तरह से भाजपा सरकार ने नई दिल्ली में आप सरकार को शक्तिहीन किया, वह लोगों के जनादेश के साथ जम्मू-कश्मीर में भी इसे दोहरा रही है.’