Monday, May 19, 2025

ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्रालय ने फिर से जारी किया बयान. राहुल के बयान को बताया- गलत….

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नई दिल्ली : ऑपरेशन सिंदूर पर पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीति शुरू हो गई है. लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि विदेश मंत्री ने ऑपरेशन शुरू होने से पहले ही पाकिस्तान को जानकारी दे दी थी, जिसकी वजह से हमें बड़ा नुकसान पहुंचा. भाजपा ने इन आरोपों का खंडन किया है. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर राहुल के बयान को सही नहीं ठहराया है.

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस तरह के दावे गलत हैं और इनका तथ्यों से कोई लेना-देना नहीं है. मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरण में पाकिस्तान को चेतावनी दी गई थी कि भारत ने जो हमले किए हैं, वो आतंकियों के ठिकानों पर किए हैं. ऑपरेशन से पहले इस तरह का कोई भी बयान नहीं दिया गया है. पीआईबी ने भी उन दावों को खारिज किया है, जिसमें कहा गया था कि जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर से पहले ही पाकिस्तान को सूचना दे दी थी.

  • विदेश मंत्रालय के एक्सपी डिवीजन ने कहा, “विदेश मंत्री के बयान को गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है, यहां पर तथ्यों को पूरी तरह से गलत तरीके से पेश किया गया है, विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को जो चेतावनी दी थी, वह ऑपरेशन शुरू होने के बाद का बयान है.”
  • राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया, “क्या विदेश मंत्री जयशंकर की चुप्पी सब कुछ बता नहीं रही है? यह घातक है. इसलिए, मैं फिर से पूछूंगा कि हमने कितने भारतीय विमान गंवा दिए क्योंकि पाकिस्तान को पहले से पता था?”
  • राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई क्या है, इसे सामने लाना चाहिए और पूरे देश को बताया जाए कि क्या सच है और क्या झूठ. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि जयशंकर के बयान से दुविधा उत्पन्न हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को जो सूचना दी, उसकी वजह से ही मसूद अजहर और हाफिस सईद जिंदा बच गया.
  • खेड़ा ने कहा कि विदेश मंत्री का बयान अपराध है और यह पाप की श्रेणी में आता है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले में प्रधानमंत्री को सच बोलना चाहिए. पार्टी ने इस संबंध में जयशंकर का एक वीडियो भी जारी किया. उऩका आरोप है कि विदेश मंत्री ने ऑपरेशन से पहले ही पाकिस्तान को हमलों के बारे में बता दिया था.
  • कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने जो सवाल पूछे हैं, वह वाजिब है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार यह दोहरा रहे हैं कि हमने युद्ध रुकवाने में मध्यस्थता की, अब इस मामले में सवाल पूछा जा रहा है, तो इसमें क्या गलत है.
  • कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख पवन खेड़ा ने पूछा कि क्या इस दौरान ट्रंप ने भारत को व्यापार को लेकर कोई धमकी दी थी, जैसा कि दावा किया जा रहा है, क्या सिंदूर का सौदा हो रहा था और पीएम चुप थे. उन्होंने कहा कि इस मामले पर विदेश मंत्री ने कुछ भी जवाब नहीं दिया है, इसलिए बेहतर होगा कि पीएम खुद स्थिति स्पष्ट करें.
  • उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी अमेरिका और चीन को लेकर कभी भी कुछ नहीं बोलते हैं, बल्कि उन्हें क्लीन चिट देते रहे हैं, इसलिए अच्छा होगा कि वे खुद बताएं कि उनके कौन-कौन से राज हैं, जो अमेरिका या चीन जानता है.

केंद्र सरकार पर बरसती हुई पार्टी ने कहा कि क्या आप इसे छिपाना चाहते हैं कि इस युद्ध में चीन की क्या भूमिका थी, क्या आप इसे छिपाना चाहते हैं कि इस युद्ध में अमेरिका की क्या भूमिका थी, क्या इसे आप छिपाना चाहते हैं कि हमारे विदेश मंत्री क्यों नहीं कुछ बोलते हैं, और अगर आप ऐसा कर रहे हैं, तो यह मुखबिरी कहा जाता है, कूटनीति नहीं. कांग्रेस नेता ने कहा कि विदेश मंत्री के बयान सुनकर ही आतंकी अपने ठिकानों से भाग गए होंगे.

सेना की भूमिका की तारीफ करते हुए पवन खेड़ा ने कहा कि उन्होंने तो पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था, लेकिन अचानक ही ट्रंप आ गए और उन्होंने संघर्ष विराम की घोषणा कर दी. क्या यह गद्दारी नहीं थी, सरकार इसे स्पष्ट करे.

भाजपा ने कांग्रेस के बयान की निंदा की है. पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान की भाषा बोल रही है और वह सरकार के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है. भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणी भयावह है, वह पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं.

भाजपा नेता ने भारत के डीजीएमओ ले. जन. राजीव घई का वह बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत से संपर्क किया, उसके बाद भारत ने इस पर विचार किया.

केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता प्रह्लाद जोशी ने भी राहुल पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि राहुल का यह सवाल करना कि हमनें कितने प्लेन गंवा दिए, सही नहीं है, क्योंकि सेना ने स्पष्ट किया है कि कोई नुकसान नहीं हुआ है.

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