देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 को लेकर श्रद्धालु जितने उत्साहित नजर आ रहे हैं, उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि आने वाले समय में यात्रा सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी. पहले ही दिन केदारनाथ धाम में 30 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए. जो तस्दीक कर रहा है कि श्रद्धालुओं में यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह है. वहीं, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में श्रद्धालुओं का हुजूम देखने को मिल रहा है.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में इस कदर उत्साह देखा जा रहा है कि केदारनाथ में पहले ही दिन 30000 से ज्यादा श्रद्धालु बाबा के दर्शनों के लिए पहुंचे. दर्शनों के लिए लंबी लाइन देखी गई. माना जा रहा है कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद चारधाम में श्रद्धालुओं की भीड़ और ज्यादा बढ़ जाएगी.
ऐसे में सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती भीड़ मैनेजमेंट को लेकर तो होगी ही, साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट भी सरकार के लिए मुसीबत बन सकता है. जिस तरह से हरिद्वार और ऋषिकेश के साथ देहरादून में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. होटल-धर्मशाला बुक हो रहे हैं, उससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि कहीं सरकार के तमाम दावे फेल न हो जाए.
केदारनाथ धाम में पहले दिन 30,154 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन: केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई 2025 को पूरे विधि विधान और शुभ लग्न अनुसार खोल गए, लेकिन पहले ही दिन केदारनाथ धाम में 30,154 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. कपाट खोलने के मौके पर केदारनाथ धाम भक्तों की भीड़ से पटा नजर आया. हर तरफ ‘जय बाबा केदार’ और ‘बम-बम भोले’ की गूंज सुनाई दी. जिस तरह से भीड़ उमड़ रही है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार भी रिकॉर्ड बनेगा.

यमुनोत्री धाम में 29,534 श्रद्धालु कर चुके दर्शन: बता दें कि यमुनोत्री धाम के कपाट बीती 30 अप्रैल 2025 को पूरे विधि विधान से खोल गए थे. कपाट खुलने से लेकर अब तक 29,534 श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन कर चुके हैं. जिसमें 15,750 पुरुष, 12,792 महिला और 992 बच्चे शामिल हैं. अगर 2 मई की बात करें तो 7,112 श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई. जिसमें 3,847 पुरुष, 3,085 महिला और 180 बच्चे शामिल रहे.

गंगोत्री धाम में 17,362 श्रद्धालु कर चुके दर्शन: गंगोत्री धाम के कपाट भी 30 अप्रैल 2025 को ही खुले थे. जहां कपाट खुलने से लेकर अब तक 17,362 श्रद्धालु मां गंगा के दर पर शीश नवा चुके हैं. जिसमें 9,382 पुरुष, 7,048 महिला और 932 बच्चे शामिल हैं. वहीं, 2 मई की बात करें तो 7,408 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य कमाया. जिसमें 4,008 पुरुष, 3,150 महिला और 25 बच्चे शामिल रहे. इस तरह से अभी तक यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में 46,896 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे: ये आंकड़े 3 धाम यानी यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ के हैं. जबकि, अभी बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने बाकी हैं. बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाने हैं. वहीं, सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब की बात करें तो आगामी 25 मई को खोले जाएंगे.
क्या उत्तराखंड की ओर डायवर्ट हुआ कश्मीर का पर्यटन? विशेषज्ञों की मानें तो जो पर्यटक कश्मीर जाने का प्लान कर रहे थे, वो हिमाचल और उत्तराखंड की ओर डायवर्ट हो रहे हैं. जम्मू कश्मीर में जिस तरह से आतंकी हमला हुआ, उसके बाद पर्यटक चारधाम समेत तमाम पर्यटक स्थलों की रुख कर सकते हैं. इसका सीधा असर चारधाम यात्रा पर पड़ सकता है.
चारों धामों में श्रद्धालुओं की भीड़ और ज्यादा बढ़ने का अनुमान है. वहीं, अब स्कूलों की छुट्टियां भी पड़ने वाली है. इसके साथ ही जैसे-जैसे शहरी इलाकों में पारा चढ़ेगा, वैसे-वैसे राहत पाने के लिए लोग उत्तराखंड के तमाम हिल स्टेशनों की ओर जा सकते हैं. जिससे उत्तराखंड में दबाव बढ़ने का अनुमान है. ऐसे में राज्य सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां पेश आ सकती हैं.