Tuesday, April 29, 2025

इस अक्षय तृतीया बाजार में हल्के वजन वाले गहने तैयार, दुकानदारों को अच्छे बिजनेस की उम्मीद

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30 अप्रैल को अक्षय तृतीया हैं, बाजार में हल्के वजन वाले गहनों की भरमार है. वहीं दुकानदारों को अच्छे बिजनेस की भी आस है.

नई दिल्ली: 30 अप्रैल 2025 बुधवार को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा. सनातन धर्म के मुताबिक अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है, सोने की कीमत आसमान छू रही है. कहा जाए तो सोना लखपति होकर थोड़ा नीचे आया है. इसको देखते हुए अक्षय तृतीया के पर्व पर हल्के वजन वाले सुंदर गहने बाजार में मौजूद हैं. इस बार दुकानदारों ने विशेष तैयारी की है.

पश्चिमी दिल्ली के सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन के करीब मौजूद कस्तूरी ज्वैलर्स के मालिक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अक्षय तृतीया की तैयारियां जोरों पर है, कहा जाता है कि चढ़ते सूरज को सलाम होता है. इस तरह सोने की बढ़ती कीमतों को देखते हुए ग्राहक हमेशा आकर्षित होते हैं.

अगर प्री बुकिंग की बात करें तो इस बार लाइट वेटेड ज्वैलरीज की डिमांड सबसे ज्यादा दिख रही है. जो सेट पहले 10 तोले का होता था अब उसको 6 तोले में बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी तरह अंगूठी, कुंडल और नोज रिंग को भी हल्के वजन में बनाने की कोशिश की गई है. ताकि अक्षय तृतीया के पर्व पर किसी भी ग्राहक को निराश ना हो. वह अपने बजट के मुताबिक सोना खरीद पाए.

बीते वर्ष सोने की कीमत अक्षय तृतीया के पर्व पर करीब 70000 रुपए प्रति 10 ग्राम थी. लेकिन इस बार सोना लखपति होने जा रहा है. दुकानदारों का मानना है कि आने वाले समय में सोने की कीमत सवा लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच जाएगी. सोने की बढ़ती कीमतों को देखते हुए लगता है कि ग्राहकों के लिए यह निवेश की एक बड़ा अवसर है.

पश्चिमी दिल्ली में बीके ज्वेलर्स के मालिक अमन ने बताया कि अक्षय तृतीया को लेकर विशेष तैयारी और उम्मीदें हैं. वर्तमान में सोने की कीमत एक लाख के करीब है, तो यह एक नई उम्मीद की किरण जगाती है कि आने वाले समय में सोना डेढ़ लाख रुपए प्रति 10 ग्राम हो सकता है.यसुनार होने के नाते खुशी इस बात की है कि जैसे सोने की कीमतें बढ़ी है ग्राहकों की संख्या में भी वृद्धि नजर आने लगी है. अक्षय तृतीया से पहले कई तरीके की विशेष बुकिंग आई हैं इसमें गोल्ड और सिल्वर के कोइंस की डिमांड ज्यादा है.

राजधानी में गोल्ड सेलिंग का सबसे मुख्य और ऐतिहासिक बाजार चांदनी चौक में मौजूद है. यहां दि बुलियन एंड मर्चेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट पवन जैन ने बताया कि पहले सुनने में आता था कि आदमी लखपति हो गया है लेकिन अब तो 10 ग्राम सोना ही लखपति हो गया है.

AKSHAYA TRITIYA 2025

इंटरनेशनल मार्केट में भी सोना नए रिकॉर्ड कायम कर रहा है. इसके चलते लोगों की परचेसिंग पावर बिल्कुल खत्म हो चुकी है. लेकिन हिंदू मान्यता के अनुसार मृत्यु और जन्म तक सोने का रिश्ता बरकरार रहता है. अक्षय तृतीया के पर्व पर ज्यादातर लोग अपने पुराने सोने को बदलकर नए सोने को खरीदने की तैयारी में हैं. ज्यादातर ग्राहक हल्के वजन के आभूषण खरीदना पसंद कर रहे हैं.

पिछले साल अक्षय तृतीया पर क्या था गोल्ड का रेट?

इस वर्ष अक्षय तृतीया के अवसर पर देशभर में आभूषण बाज़ार में बिक्री को लेकर मिलाजुला रुझान देखा जा रहा है क्योंकि सोने की क़ीमतों में हाल ही में जबरदस्त वृद्धि हुई है.

कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) ने कहा कि इस वर्ष सोने और चांदी की कीमतों में भारी वृद्धि दर्ज की गई है. इस समय 10 ग्राम सोने का भाव ₹1,00,000 तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष अक्षय तृतीया पर यही दर ₹73,500 थी.

इसी प्रकार, चांदी का भाव भी ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष यह ₹86,000 प्रति किलोग्राम था.

वर्ष 2023 में अक्षय तृतीया के दिन लगभग देश भर में 14.5 हजार करोड़ का व्यापार हुआ था, वहीं 2024 में लोक सभा चुनाव के चलते व्यापार में काफी कमी आई थी.

ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि इस साल कल अक्षय तृतीया के दिन लगभग 12 टन सोना जिसकी क़ीमत लगभग 12 हजार करोड़ और 400 टन चांदी जिसकी क़ीमत 4 हजार करोड़ टोटल 16 हजार करोड़ के व्यापार होने की संभावना है.

उन्होंने कहा कि इस बार सोने-चांदी के बढ़े हुए दामों के कारण ग्राहकों की खरीदारी में कुछ सुस्ती देखने को मिल रही है. आमतौर पर अक्षय तृतीया पर भारी खरीदारी होती थी, लेकिन इस बार उच्च कीमतों ने मांग को प्रभावित किया है.

बढ़े दामों के पीछे प्रमुख कारण
अरोड़ा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में आर्थिक अनिश्चितता, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि, डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी और वैश्विक निवेशकों द्वारा सोने को सुरक्षित निवेश माध्यम के रूप में अपनाए जाने के कारण सोने-चांदी की कीमतों में लगातार तेजी देखी गई है. इसके अलावा भू-राजनीतिक तनावों और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव ने भी कीमतों को ऊपर पहुंचाया है.

विवाह सीजन से बनी हुई है कुछ मांग
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने कहा कि देश में चल रहे विवाह सीजन के कारण आभूषणों की मांग पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है. “शादी-ब्याह में सोने-चांदी की खरीदारी एक परंपरा है, इसलिए भले ही कीमतें ऊंची हैं, फिर भी ग्राहक ज़रूरी खरीद कर रहे हैं. ज्वैलर्स ने भी ग्राहकों के लिए आकर्षित ऑफर्स शुरू किए हैं.

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ग्राहकों से अपील
व्यापारी नेताओं ने ग्राहकों से अपील की कि वे हॉलमार्क वाले प्रमाणित आभूषण ही खरीदें और हर खरीदारी पर बिल अवश्य लें. साथ ही, कीमतों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विश्वसनीय ज्वैलर्स से ही लेन-देन करें.

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