Friday, June 6, 2025

 इन लोगों का बंद हो जाएगा IRCTC अकाउंट, तत्काल बुकिंग को लेकर भी रेलवे विभाग ने लिया एक और अहम फैसला

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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने IRCTC के सभी खाताधारकों का आधार सत्यापन कराने का आदेश दिया है। जिन खातों में आधार लिंक नहीं होगा उन्हें बंद कर दिया जाएगा। यह फैसला फर्जी आधार पर टिकट मामले के सामने आने के बाद लिया गया। रेलवे ने ऑटोमेटेड टूल का उपयोग कर 24 लाख से अधिक यूजर्स को डीएक्टिवेट कर दिया है।

मुजफ्फरपुर। फर्जी आधार कार्ड पर बन रहे तत्काल और ओपनिंग टिकट पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा फैसला लिया है।

आइआरसीटीसी के सारे अकाउंट होल्डर का आधार सत्यापन कराने का आदेश दिया है। कहा है कि जिनका अकाउंट आधार से लिंक नहीं होगा, उनका अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा।

बताया कि आधार कार्ड से अगर लिंक नहीं है तो आईआरसीटीसी पर आपका अकाउंट हो बंद हो जाएगा। 16 मई के दैनिक जागरण में थोक में कटाते रेल टिकट, फर्जी आधार पर कराते सफर शीर्षक से पूरे देश में खबर छपी थी।

सोनपुर सीनियर डीसीएम रोशन कुमार के आदेश पर सहरसा से वैशाली जाने वाली 12553 वैशाली एक्सप्रेस में नकली आधार कार्ड पर दूसरे के नाम के ओपनिंग टिकट पर सफर करते पकड़ा था। दैनिक जागरण ने प्रमुखता से खबर छापी थी।

बताया था कि विंडो खुलते ही ट्रेवल एजेंसी वाले सभी श्रेणियों के कंफर्म टिकट कटा लेते और दो-तीन गुना अधिक राशि लेकर टिकट बेच देते हैं।

जिस यात्री के नाम से टिकट बुक रहता, उसका नाम यात्रा करने वाले के आधार में जोड़ फर्जी आधार कार्ड भी बना देते है।

वैशाली सुपरफास्ट ट्रेन में फर्जी आधार पर यात्रा कर रहे तीन यात्रियों की जांच में मामला पकडाया था। बी-2 कोच में सहरसा से नई दिल्ली जा रहे तीनों यात्रियों ने बताया कि दो दिन पहले प्रकाश ट्रेवल एजेंसी से यह टिकट लिया था।

उसने आधार कार्ड में नाम भी परिवर्तित कर टिकट उपलब्ध करा दिया। एसी-थ्री के एक यात्री के लिए ढाई हजार रुपये देकर टिकट दिया। टीटीई ने टिकट को जब्त कर लिया।

दो से तीन गुना अधिक राशि लेकर यात्रियों को फर्जी आधार के साथ रेल टिकट दे रहा। मानसी से खुलने के बाद टीटीई ने टिकट जांच की।

बी-2 में बर्थ दो, पांच और छह के यात्री के आधार को देख टीटीई ने आशंका जताई। यात्रियों से टिकट लेने की जगह की जानकारी ली। टीटीई ने एचएचटी (लैंड हेल्ड टर्बिनल) मशीन पर ओके भी कर दिया।

इस तरह पकड़ा गया फर्जीवाड़ा

ट्रेवल एजेंट ने अभिषेक (29), प्रिंस (27) और सुशांत (20) नाम से एसी-थ्री का टिकट बनवाया था। इन टिकटों पर नवीन कुमार (28), रिशू कुमार (22) और दीपक कुमार (27) अभिषेक, प्रिंस और सुशांत के नाम पर बने फर्जी आधार पर यात्रा कर रहे थे।

इस बीच आधार फर्जी होने की आशंका पर एक यात्री ने एक्स पर रेल मंत्री व रेल मंत्रालय से शिकायत कर दी। मंडल के कंट्रोल को भी सूचना दी।

बरौनी से मामले की फिर जांच शुरू हुई। शुरुआती जांच में वह भी आधार देखकर इसे सही मानने लगे। कंट्रोल रूम से यात्रियों से कोई दूसरा पहचान पत्र दिखाने को कहा।

एम-आधार एप पर यात्रियों के पास से जब्त आधार की जानकारी नहीं मिली। पता चला कि टिकट सहरसा के रिजर्वेशन काउंटर से उस दिन लिया, जिस दिन विंडों ओपन हुआ।

गिरफ्तारी की चेतावनी के बाद यात्रियों ने बताया कि उनके नाम अलग हैं। सहरसा में एक ट्रेवल एजेंसी द्वारा टिकट दिया गया था।

एजेंट करता रहा फोन

ट्रेवल एजेंसी को यात्रियों ने ही सूचना दी। ट्रेवल एजेंट की और से मामले को दबाने के लिए बार-बार टीटीई से बात की गई। उसे बताया कि अब मामला ऊपर तक चला गया है।

इससे ट्रेवल एजेंसी की पहुंच का अंदाजा भी लग गया कि ट्रेन में टीटीई भी इन लोगों के डर से नहीं बोलते, नहीं तो उनका ट्रांसफर भी हो सकता है।

उसके बाद रेल मंत्रालय से इस मामले की मानिटरिंग शुरू हो गई। इधर सोनपुर सीनियर डीसीएम ने आरपीएफ के क्राइम ब्रांच को इसकी जांच करने का आग्रह किया।

यह मामला रेल मंत्रालय तक पहुंचने के बाद बुधवार को रेलमंत्री ने प्रेस को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रेलवे में प्रतिदिन करीब सवा दो लाख यात्री ऑनलाइन प्लेटफार्म से तत्काल का टिकट लेते हैं।

24 मई से 2 जून तक की आनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग के पैटर्न का विश्लेषण किया गया, तो पाया गया कि एसी क्लास में कुल औसतन 108000 टिकटों में मात्र 5615 टिकट ही पहले मिनट में बुक हुए। जबकि विंडो ओपन होने के दूसरे मिनट में 22827 टिकट बुक किए गए।

वातानुकूलित क्लास का विंडो ओपन होने के पहले 10 मिनट में औसत 67159 टिकट आनलाइन प्लेटफार्म पर बुक किए, कुल टिकटों का 62.5 प्रतिशत है।

वातानुकूलित क्लास का विंडो ओपन होने के पहले घंटे में 92861 टिकट बुक किए गए, जो वातानुकूलित श्रेणी में आनलाइन तरीके से बुक किए गए कुल टिकटों का 86 प्रतिशत रहा।

4.7 प्रतिशत टिकट विंडो ओपन होने से पहले घंटे से चौथे घंटे के बीच में बुक किए गए। जबकि चौथे घंटे से दसवें घंटे के बीच में 6.2 प्रतिशत टिकटों की बिक्री हुई। शेष 3.01 प्रतिशत टिकट विंडो ओपन होने के 10 घंटे के बाद बुक किए गए।

गैर वातानुकूलित श्रेणी में 24 मई से 2 जून के बीच प्रतिदिन औसतन 118567 टिकटों की आनलाइन बुकिंग हुई, जिसमें 4724 टिकट जो कि कुल टिकटों का 4 प्रतिशत है, कि बुकिंग पहले मिनट में ही हो गई।

दूसरे मिनट में 20786 टिकट बिके जो कुल टिकटों का 17.5 प्रतिशत रहा। विंडो ओपन होने के पहले 10 मिनट में 66.4 प्रतिशत टिकटों की बिक्री हुई।

विंडो ओपन होने के प्रथम एक घंटे में 84.02 प्रतिशत टिकटों की बिक्री हुई और शेष टिकट अगले 10 घंटे में बुक हुए।

इससे स्पष्ट होता है कि ऑनलाइन सिस्टम पर तत्काल टिकट लोगों को मिल रहे हैं और विंडो ओपन होने के 8 से 10 घंटे बाद भी कुल टिकटों का लगभग 12 प्रतिशत टिकट बुक किया गया है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर लगाया जा रहा पता

रेलवे ने आनलाइन माध्यम से आटोमेटेड टूल का इस्तेमाल कर टिकट बुकिंग करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है, जिसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया जा रहा है।

रेलवे द्वारा विकसित किए गए विशेष आफ्टवेयर के माध्यम से पिछले 6 महीने में 2.4 करोड़ से अधिक यूजर्स को डीएक्टिवेट करते हुए उन्हें ब्लाक किया गया है।

करीब 20 लाख दूसरे अकाउंट को भी संदिग्ध पाया गया है, जिनके आधार एवं दूसरे डाक्यूमेंट की जांच की जा रही है।

आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर अभी 13 करोड़ से ज्यादा एक्टिव सब्सक्राइबर हैं, जिनमें आधार प्रमाणित अकाउंट की संख्या 1.2 करोड़ है।

आईआरसीटीसी ने उन सभी अकाउंट की विशेष जांच का फैसला लिया है, जो आधार से आथेंटिकेटेड नहीं है। संदिग्ध पाए जाने पर अनआथेंटिकेटेड खातों को बंद करने का फैसला किया जाएगा।

रेलवे की कोशिश है कि सही पैसेंजर को ही तत्काल एवं प्रीमियम तत्काल सेवा के तहत टिकट प्राप्त हो। जिन अकाउंट होल्डर द्वारा अपने खाते को आधार से लिंक कर दिया जाएगा, उन्हें तत्काल बुकिंग के पहले 10 मिनट में प्राथमिकता हासिल होगी।

आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंटों को भी तत्काल विंडो ओपन होने के पहले 10 मिनट में सिस्टम पर टिकट बुकिंग की इजाजत नहीं है। ऐसे में आईआरसीटीसी अकाउंट का सत्यापन आधार से करना जरूरी हो गया है।

रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेल जल्द ही तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार सत्यापन शुरू करेगा। इससे जरूरत के समय वास्तविक यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिल सकेगा।

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