हजारीबागः जिला का बड़कागांव कोयला उत्खनन के बाद से ही अपराध की राजधानी बनकर उभरा है. कोयला उत्खनन के कारण यह अपराधियों का अड्डा बनकर उभर गया.
नक्सलियों भी इस क्षेत्र में एक समय में जमकर तांडव मचाया. जब नक्सली समस्या का समाधान हुआ तो कई स्प्लिंटर ग्रुप इस क्षेत्र में सक्रिय हो गए. आज के समय में भी अमन साहू, टीपीसी, जेपीसी नामक कई आपराधिक संगठन भयादोहन लेवी वसूल कर रहे हैं.
इस तरह की आपराधिक घटनाओं के कारण ये धरती इंसानी खून से लाल होती रही है. एनटीपीसी के आने के बाद उसके सहयोगी आउटसोर्सिंग कंपनी के दफ्तर और कर्मियों पर हमला कोई नई बात नहीं है. अब तक की बात की जाए तो एनटीपीसी और उसके सहयोगी कंपनी के चार पदाधिकारी की हत्या हो चुकी है.
हजारीबाग हत्याकांड का रांची कनेक्शन
हजारीबाग के कटकमदाग थाना क्षेत्र अंतर्गत फतह चौक पर हुए एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की हत्याकांड के तार रांची के कोयला व्यवसाय विपिन मिश्रा से जोड़कर भी देखा जा रहा है.
यह आशंका जताई जा रही है कि जिस गिरोह ने रांची में विपिन मिश्रा पर गोली चलाई है. इसी गिरोह ने कहीं हजारीबाग में कुमार गौरव को तो निशान नहीं बनाया. शनिवार को बोकारो प्रक्षेत्र के आईजी एस माइकल राज ने भी कहा था कि इस बिंदु पर जांच की जा रही है.
क्या बोले हजारीबाग एसपी
इस वारदात के 24 घंटे बीत जाने के बाद हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह से जब ईटीवी भारत की फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि इस घटना का खुलासा बहुत जल्द हो जाएगा. पुलिस को कई हम सुराग मिले हैं. जांच पर किसी भी तरह का टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी.
कोयला के कारोबार हो सकता है हत्या का कारण!
दरअसल, विपिन मिश्रा के ऊपर रांची में अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी थी. जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. इस घटना की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर अमन साहू गिरोह ने लिया. विपिन मिश्रा पीएनएम नाम से कोयला का ट्रांसपोर्टिंग चलाते हैं. यह कंपनी कई पावर प्लांट्स के लिए कोयला की ट्रांसपोर्टिंग का काम करती है.
इस क्षेत्र में करीब दस साल से ट्रांसपोर्टिँग कारोबार से जुड़े हैं. उनकी ट्रांसपोर्टिंग कंपनी चट्टी बरियातू से कटकमसांडी, चट्टी बरियातू से बचरा रेलवे साइडिंग और चट्टी बरियातू से टंडवा पावर प्लांट में कोयला सप्लाई करती थी. 2 साल पहले तक विपिन मिश्रा आम्रपाली में भी ट्रांसपोर्ट का काम किया करते थे. कुछ दिनों से यह कंपनी बड़कागांव पकरी बरवाडीह में पैर जमा रहे थे.
2019 एनटीपीसी के जीएम की हत्या
जिला के केरेडारी और बड़कागांव प्रखंड में महारत्न कंपनी एनटीपीसी का तीन कोल परियोजना संचालित हैं. 5 दिसंबर 2019 को बड़कागांव के एनटीपीसी पकरी बरवाडीह कोल परियोजना के एमडीओ त्रिवेणी सैनिक के जीएम गोपाल सिंह की हत्या हजारीबाग शहर में कर दी गया थी. ये वारदात एनटीपीसी के गेस्ट हाउस से 100 मीटर आगे जुलू पार्क में हु थी. यहां ऑटो में बैठे एमडीओ कंपनी के जीएम गोपाल सिंह को घात लगाकर बैठे अज्ञात अपराधीयों ने गोली मारकर हत्या कर दी.
2024 में आउटसोर्सिंग कंपनी के इंचार्ज की हत्या
फरवरी 2024 में एनटीपीसी केरेडारी कोल परियोजना के आउटसोर्सिंग कंपनी एलएनटी के इक्विपमेंट इंचार्ज सत्येन्द्र सिंह की हत्या हुई. अपराधियों ने पुंदरी मोड के पास उनको गोली मार दी थी. घटना के समय सत्येन्द्र सिंह के साथ ड्राइवर पंकज, व जगन्नाथ गाड़ी में सवार थे. एलएंडटी कंपनी केरेडारी कोल परियोजना में कन्वेयर बेल्ट का निर्माण कर रही हैं. जिसमें सत्येंद्र सिंह सामग्री आपूर्ति की देखरेख करते थे.
मई 2024 में कॉर्डिनेटर का कत्ल
एनटीपीसी चट्टी बारियातू कोल परियोजना के एमडीओ रित्विक कंपनी के कॉर्डिनेटर शरद कुमार की हत्या 9 मई 2023 को हुई. अपराधियों ने बड़कागांव के बरवाडीह में गोली मारकर हत्या कर दी गयी. इस घटना में वाहन चला रहे चालक बालबाल बचा था. घटना का अंजाम दो मोटर साइकिल सवार 4 अपराधियों ने दी थी.
8 मार्च 2025 को एनटीपीसी पदाधिकारी की हत्या
8 मार्च 2025 को एनटीपीसी के पदाधिकारी कुमार गौरव की हत्या हुई. शनिवार को अपराधियों ने ड्यूटी जाने के दौरान रास्ते में ही उनकी हत्या गोली मार कर दी.