Wednesday, April 2, 2025

आज का पंचांग: विनायक चतुर्थी पर बन रहा सर्वार्थ सिद्ध योग, झगड़े और मुकदमों से रहें दूर

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चैत्र शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि कलात्मक कार्यों के लिए शुभ है. विस्तार से पढ़ें.

आज 1 अप्रैल, 2025 मंगलवार, के दिन चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि है. यह तिथि शिव और उनकी पत्नी माता गौरी देवी द्वारा नियंत्रित होती है. गृह प्रवेश, गृह निर्माण, कलात्मक कार्यों के लिए शुभ तिथि मानी जाती है. विवाद और मुकदमेबाजी के लिए अशुभ है. इस तिथि के दिन झगड़े और मुकदमों से दूर रहना चाहिए. आज विनायक चतुर्थी है. आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. चतुर्थी तिथि देर रात 2.31 बजे (2 अप्रैल) तक ही है.

1 अप्रैल का पंचांग

  1. विक्रम संवत : 2081
  2. मास : चैत्र
  3. पक्ष : शुक्ल पक्ष तृतीया
  4. दिन : मंगलवार
  5. तिथि : शुक्ल पक्ष तृतीया
  6. योग : विष्कुंभ
  7. नक्षत्र : भरणी
  8. करण : गर
  9. चंद्र राशि : मेष
  10. सूर्य राशि : मीन
  11. सूर्योदय : सुबह 06:32 बजे
  12. सूर्यास्त : शाम 06:54 बजे
  13. चंद्रोदय : सुबह 7.54 बजे
  14. चंद्रास्त : रात 10.14 बजे
  15. राहुकाल : 15:49 से 17:22
  16. यमगंड : 11:10 से 12:43

शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मेष राशि और भरणी नक्षत्र में रहेंगे. मेष राशि में 13:20 से 26:40 तक इसका विस्तार होता है. इस नक्षत्र के देवता यम है और शुक्र इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह हैं. ये नक्षत्र उग्र और क्रूर स्वभाव का होता है. माना जाता है कि इस नक्षत्र में क्रूर कार्य, कुआं खोदना, कृषि संबंधी काम, दवा बनाने, आग से कोई वस्तु बनाने आदि के कार्य करना उपयुक्त माना जाता है. इस नक्षत्र में किसी को भी पैसा उधार नहीं देना चाहिए. हथियार संबंधी काम, पेड़ काटने या प्रतियोगिता में आगे बढ़ने के लिए इस नक्षत्र में कार्य करना अच्छा रहता है. शुभ कार्यों के लिए यह नक्षत्र अनुकूल नहीं है.

आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 15:49 से 17:22 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

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