चैत्र कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर चंद्रमा धनु राशि में रहेगा.
आज 22 मार्च, 2025 शनिवार, के दिन चैत्र महीने की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि है. इस तिथि पर भगवान शिव के एक स्वरूप काल भैरव का अधिकार है, जिन्हें समय का देवता भी कहा जाता है. यह तिथि किसी भी तरह के शुभ कार्यों, नई बातचीत और मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अच्छी नहीं है. आज शीतला अष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी है.
22 मार्च का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : चैत्र
- पक्ष : कृष्ण पक्ष अष्टमी
- दिन : शनिवार
- तिथि : कृष्ण पक्ष अष्टमी
- योग : व्यतिपात
- नक्षत्र : मूल
- करण : बलव
- चंद्र राशि : धनु
- सूर्य राशि : मीन
- सूर्योदय : सुबह 06:42 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:51 बजे
- चंद्रोदय : देर रात 01.59 बजे (23 मार्च)
- चंद्रास्त : सुबह 11.07 बजे
- राहुकाल : 09:44 से 11:15
- यमगंड : 14:17 से 15:48
इस नक्षत्र में शुभ कार्य से करें परहेज
आज के दिन चंद्रमा धनु राशि और मूल नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र धनु राशि में 0 से लेकर 13:20 डिग्री तक फैला है. इसके देवता नैऋति और शासक ग्रह केतु हैं. यह बिल्कुल भी शुभ नक्षत्र नहीं है. किसी भी तरह के शुभ कार्यों को इस नक्षत्र में टालना चाहिए. हालांकि, खंडहर तोड़ने का काम, अलगाव या तांत्रिक कार्य इस नक्षत्र में किए जा सकते हैं.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 09:44 से 11:15 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.