आज 21 फरवरी, 2025 शुक्रवार, के दिन फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि है. इस तिथि पर भगवान शिव के एक स्वरूप काल भैरव का अधिकार है, जिन्हें समय का देवता भी कहा जाता है. यह तिथि किसी भी तरह के शुभ कार्यों, नई बातचीत और मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अच्छी नहीं है. आज जानकी जयंती है और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है.
21 फरवरी का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : फाल्गुन
- पक्ष : कृष्ण पक्ष
- दिन : शुक्रवार
- तिथि : अष्टमी
- योग : व्याघात
- नक्षत्र : अनुराधा
- करण : कौलव
- चंद्र राशि : वृश्चिक
- सूर्य राशि : कुंभ
- सूर्योदय : सुबह 07:08 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:38 बजे
- चंद्रोदय : देर रात 02.18 (22 फरवरी)
- चंद्रास्त : सुबह 11.30 बजे
- राहुकाल : 11:27 से 12:53
- यमगंड : 15:46 से 17:12
यात्रा आदि के लिए शुभ है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र वृश्चिक राशि में 3:20 से लेकर 16:40 तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह शनि और देवता मित्र देव हैं, जो 12 आदित्यों में से एक हैं. यह सौम्य स्वभाव का नक्षत्र है. ललित कलाओं को सीखने, दोस्ती करने, रोमांस करने, नए परिधान पहनने, विवाह, गायन और जुलूस आदि में शामिल होने के साथ कृषि कार्यों और यात्रा के लिए यह शुभ नक्षत्र है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 11:27 से 12:53 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.