आज ऊर्जा से करें भगवान की पूजा. भगवान रुद्र हैं तिथि के देवता.
आज 11 अप्रैल, 2025 शुक्रवार, के दिन चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि है. यह तिथि रुद्र द्वारा शासित होती है, जो भगवान शिव का एक प्राचीन और उग्र रूप है. इस दिन की ऊर्जा से भगवान की पूजा करना सबसे अच्छा होता है.
- 11 अप्रैल का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : चैत्र
- पक्ष : शुक्ल पक्ष चतुर्दशी
- दिन : शुक्रवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष चतुर्दशी
- योग : ध्रुव
- नक्षत्र : उत्तरा फाल्गुनी
- करण : गर
- चंद्र राशि : कन्या
- सूर्य राशि : मीन
- सूर्योदय : सुबह 06:23 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:58 बजे
- चंद्रोदय : शाम 5.26 बजे
- चंद्रास्त : सुबह 5.26 बजे (12 अप्रैल)
- राहुकाल : 11:06 से 12:40
- यमगंड : 15:49 से 17:24
आज का नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में रहेगा. यह नक्षत्र सिंह राशि में 26:40 से लेकर कन्या राशि में 10 डिग्री तक विस्तार लिया हुआ है. इसके देवता अर्यम और नक्षत्र स्वामी सूर्य हैं. यह स्थिर प्रकृति का नक्षत्र है. कुआं खोदने, नींव डालने, कर्मकांड करने, पेड़ लगाने, राज्याभिषेक, भूमि खरीदने, पढ़ाई शुरू करने, देवताओं की स्थापना, मंदिर निर्माण, या स्थायी प्रभाव की इच्छा रखने वाली किसी भी अन्य गतिविधि के लिए अनुकूल नक्षत्र है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 11:06 से 12:40 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.