आज महीने के आखिरी दिन चंद्र दर्शन करें. इससे लाभ होगा.
आज 31 मार्च, 2025 सोमवार, के दिन चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि है. इसके देवता विवादेव होते हैं. इस दिन चंद्रमा का दर्शन शुभ माना जाता है. शादी, वेडिंग रिंग की खरीदी और देवताओं की स्थापना के लिए यह तिथि शुभ होती है. किसी भी तरह के तकरार या विवाद के लिए यह तिथि अच्छी नहीं मानी जाती है.
31 मार्च का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : चैत्र
- पक्ष : शुक्ल पक्ष द्वितीया
- दिन : सोमवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष द्वितीया
- योग : वैद्रुति
- नक्षत्र : अश्विनी
- करण : कौलव
- चंद्र राशि : मेष
- सूर्य राशि : मीन
- सूर्योदय : सुबह 06:33 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:54 बजे
- चंद्रोदय : सुबह 07.22 बजे
- चंद्रास्त : रात 09.01 बजे
- राहुकाल : 08:06 से 09:38
- यमगंड : 11:11 से 12:44
पढ़ाई की शुरुआत के लिए अच्छा है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में रहेंगे. नक्षत्र गणना में अश्विनी पहला नक्षत्र है. इसका विस्तार मेष राशि में 0 से 13.2 डिग्री तक होता है. इसके देवता अश्विनी कुमार हैं, जो जुड़वा देवता हैं और देवताओं के चिकित्सक के रूप में प्रसिद्ध हैं. इसका स्वामी ग्रह केतु है. यह नक्षत्र यात्रा करने, हीलिंग, ज्वेलरी बनाने, अध्ययन की शुरुआत, वाहन खरीदने/बेचने के लिए अच्छा माना जाता है. नक्षत्र का वर्ण हल्का और तेज होता है. खेल, सजावट और ललित कला, व्यापार, खरीदारी, शारीरिक व्यायाम, गहने पहनने और निर्माण या व्यापार शुरू करने, शिक्षा और शिक्षण, दवाएं लेने, ऋण देने और लेने, धार्मिक गतिविधियों, विलासिता की वस्तुओं का आनंद लेने के कार्य भी इस नक्षत्र में किए जा सकते हैं.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 08:06 से 09:38 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.