जानिए कौन से खाद्य पदार्थ और खासकर दालें यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाने में ज्यादा योगदान देती हैं, इनसे बचना क्यों जरूरी है…
खून में यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है. यह गाउट, किडनी स्टोन और किडनी फेलियर जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है. इसके अलावा, यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर मेटाबोलिक सिंड्रोम, हार्ट डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर के रिस्क को भी बढ़ा सकता है. इसे हाइपरयूरिसीमिया भी कहा जाता है.
हाइपरयूरिसीमिया क्या होता है?
हाइपरयूरिसीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में यूरिक एसिड का लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है. यह एक बहुत ही आम समस्या है, और यदि इसका इलाज न किया जाए, तो यह गाउट या किडनी स्टोन जैसी दर्दनाक स्थितियों को जन्म दे सकती है. चूंकि शुरुआत में इसके कोई लक्षण नहीं दिखते, इसलिए समय पर इसका इलाज करना ना होने के कारण परेशानी बढ़ जाती है. इस रोग में हार्ट अटैक आने की संभावना भी अधिक होती है.
यूरिक एसिड कैसे करें कंट्रोल
अगर आप कुछ बातों पर ध्यान दें तो आप अपने खून में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं. इनमें रेगुलर एक्सरसाइज करना, हेल्दी वजन बनाए रखना, शराब का सेवन सीमित करना और प्यूरीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना शामिल है. साथ ही, रेड मीट से परहेज करके और अपने दैनिक आहार पर अधिक ध्यान देकर इसे कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है.
जानें कि कौन से खाद्य पदार्थ यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ाने में योगदान करते हैं, इन फूड आइटम्स से बचना क्यों जरूरी…
अरहर की दाल: वैसे तो दालों में प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, लेकिन कुछ दालों जैसे अरहर दाल, मसूर दाल और उड़द दाल में प्यूरीन की मात्रा मध्यम से हाई होती है. यह प्यूरीन यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है, जो कुछ लोगों में गाउट और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. आपको बता दें, प्यूरीन एक केमिकल कंपाउंड है जो हमारे शरीर में टूटकर यूरिक एसिड में बदल जाता है. ऐसे में जितना हो सके इन दालों का सेवन करने से बचें.
फूलगोभी: फूलगोभी क्रूसीफेरस परिवार का सदस्य है. इसमें मीडियम अमाउंट में प्यूरीन होता है. बहुत अधिक फूलगोभी खाने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है. इसलिए, फूलगोभी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए.

मशरूम: मशरूम उन सब्जियों में से एक है जिसके अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं. हालांकि, इसमें प्यूरीन भी होता है जो खून में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाता है. नियमित रूप से मशरूम खाने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है. इसलिए, विशेषज्ञों का कहना है कि इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाना चाहिए.

राजमा: राजमा या किडनी बीन्स, एक पौधे-आधारित प्रोटीन युक्त भोजन है, जिसमें मध्यम मात्रा में प्यूरीन होते हैं. चूंकि इसे पचाना मुश्किल होता है, इसलिए यह पाचन संबंधी समस्याएं भी पैदा कर सकता है. जिन लोगों को यूरिक एसिड है, वे इसका सेवन सीमित मात्रा में कर सकते हैं, क्योंकि इससे पेट फूल सकता है और पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है. अगर शरीर में यूरिक एसिड के कारण समस्याएं अधिक हो रही है, तो आप यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करने के लिए किडनी बीन्स का सेवन सीमित कर सकते हैं या छोड़ सकते हैं.

पालक: पालक अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है. हालांकि, इसमें ऑक्सालेट और प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है. जिन लोगों का यूरिक एसिड का लेवल ज्यादा है, उन्हें पालक खाने से बचना चाहिए.

फूल फैट मिल्क: फूल फैट मिल्क में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है. हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स सूजन बढ़ा सकते हैं और इंसुलिन प्रतिरोध को प्रभावित कर सकते हैं. इससे यूरिक एसिड बढ़ सकता है. चाय, क्रीम और हाई फैट वाले दूध से बने प्रोडक्ट्स का नियमित सेवन समस्या को बढ़ा अधिक सकता है.