रांची: अयोध्या के श्री राम मंदिर की तर्ज पर रांची शहर में भी मंदिर बनेगा. जिसका शिलान्यास आज 14 अप्रैल को निवारणपुर स्थित ऐतिहासिक तपोवन मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. करीब 100 करोड़ की लागत से बन रहे इस मंदिर का शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि निर्माण कार्य जल्द पूरा होगा और लोगों को बधाई दी.
उन्होंने कहा कि हमें इस स्थान के प्रति लोगों की आस्था को और बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए. इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शिला पूजन में शामिल हुए. उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने विधि-विधान से शिला पूजन किया और उसे मंदिर निर्माण स्थल पर स्थापित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के साथ जय श्री राम का नारा भी लगाया.
अगले तीन साल में मंदिर तैयार करने का लक्ष्य
तपोवन मंदिर न्यास समिति ने अगले तीन साल में मंदिर निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है. गौरतलब है कि पिछले साल 9 अगस्त को अयोध्या श्रीराम मंदिर के चंपक राय जी के हाथों यहां भूमि पूजन हुआ था. तपोवन मंदिर के महंत ओमप्रकाश शरण कहते हैं कि भक्तों की आस्था और समर्पण से यह निर्माण कार्य शुरू हुआ है, जिसमें मुख्य यजमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रहे.

उन्होंने कहा कि तपोवन का यह मंदिर करीब 62 फीट ऊंचा और 108×108 (11664) वर्ग फीट का होगा. इस मंदिर में मकराना से लाए गए पत्थर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो विश्व प्रसिद्ध है.

इधर, शिला पूजन में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि जब अयोध्या में श्री राम मंदिर बना तो सभी को लगने लगा था कि रांची में भी ऐसा मंदिर बनना चाहिए. प्रभु की प्रेरणा और आशीर्वाद से भक्त इसमें आगे बढ़े हैं, इसकी शुरुआत आज से हो गई है. लोगों में उत्साह है और सभी लोग बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा ले रहे हैं.

रांची में दिखेगा दक्षिण भारत की नागर शैली में बना मंदिर
रांची में बन रहा यह मंदिर नागर शैली में होगा, जिसे देखकर लोग रांची में भी सोमनाथ और दक्षिण भारत की नागर शैली में बने अन्य मंदिरों की तरह इसका आनंद लेंगे. इस मंदिर का डिजाइन सोमनाथ और अयोध्या श्री राम मंदिर के आर्किटेक्ट रहे परिवार के वंशज आशीष सोनपुरा ने तैयार किया है. यह न केवल भूकंपरोधी होगा बल्कि रात में दूर से भी भव्य दिखाई देगा.