दिल्ली-हावड़ा रेलखंड के शंकरपुर हाल्ट स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री 22 मई को इसका ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे। इस विकास का मुख्य कारण एम्स देवघर है जिससे डॉक्टरों मरीजों और उनके परिजनों को सुविधा होगी। स्टेशन पर कई नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
देवघर। दिल्ली-हावड़ा रेलखंड पर जसीडीह-मधुपुर के बीच शंकरपुर हॉल्ट रेलवे स्टेशन है। जिसका आधुनिकीकरण कर अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री 22 को इसका ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही देश के 103 अमृत भारत रेलवे स्टेशन का प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे।
हावड़ा-दिल्ली रेलखंड पर देवघर जिला की सीमा पर शंकरपुर हॉल्ट स्टेशन है। स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन की योजना के तहत विकसित किया गया है।
बताया जाता है कि इस पर तकरीबन 15 करोड़ रुपया खर्च किया जाना है। शंकरपुर स्टेशन को विकसित करने में एम्स बड़ा कारण है। डॉक्टर और उनके परिजन, मरीज और उनके परिजन को आने जाने में सुविधा होगी।
अब रुकेगी दिल्ली जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनें
हावड़ा-दिल्ली रेलखंड पर देवघर जिला की सीमा में शंकरपुर स्टेशन है। यहां दो-चार लोकल ट्रेन रुकती है। जल्द ही एक्सप्रेस ट्रेन रुकने लगेगी। वह भी पटना, दिल्ली, हावड़ा, कानपुर समेत बड़े शहर को जोड़ने वाली ट्रेन होगी। मकसद एम्स से जुड़े लोगों को सहूलियत हो। उनका आवागमन आसान और रेलवे स्टेशन के करीब हो।
स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन की योजना के तहत विकसित किया गया है और काम होना बाकि है। पूर्व रेलवे के 28 स्टेशन को इस योजना के तहत विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री ने 26 फरवरी 2024 को आधारशिला रखा था। अब इन सभी स्टेशन का आनलाइन उद्घाटन 22 मई को करेंगे।
शंकरपुर स्टेशन से एम्स की दूरी 2 किलोमीटर
शंकरपुर स्टेशन को विकसित करने में एम्स बड़ा कारण है। डॉक्टर और उनके परिजन। मरीज और उनके परिजन को आने जाने की सुविधा मिले, इसलिए इस स्टेशन को विकसित किया गया है।
दिल्ली, पटना, हावड़ा अथवा किसी भी गंतव्य तक जाने वाली ट्रेनें यहां रुकने लगेगी। तब चिकित्सकों को आने जाने में सुविधा होगी। किसी मरीज को दिल्ली रेफर होना है तो उसे करीब के स्टेशन से जाना आसान होगा। एम्स प्रबंधन को बाहर से आने वाला पार्सल आसानी से आ जाएगा।
गरीब लोग स्टेशन पर उतरकर पैदल एम्स पहुंच जाएंगे। अभी यहां केवल दो-चार पैसेंजर ट्रेनें रूक रही है। दूर-दराज के लोगों के यहां आने में केवल सड़क मार्ग है। अभी बड़े शहरों से आने के लिए उनको जसीडीह स्टेशन पर उतरना होता है। जसीडीह स्टेशन से एम्स की दूरी तकरीबन 20 किलोमीटर है।
स्टेशन पर बढ़ी सुविधा
- नया भवन और प्लेटफॉर्म का विस्तारीकरण
- आधुनिक सुविधाओं वाला टिकट काउंटर
- वातानुकूलित रिटायरिंग रूम
- सुविधाओं वाला यात्री प्रतीक्षालय
- रेल अधिकारियों के लिए रेस्ट हाउस
- स्टेशन के बाहर हाई मास्ट लाइट
- दिव्यांग के लिए रैंप और टॉयलेट