हजारीबागः जिले के केरेडारी में रविवार को सड़क घटना में बीजीआर के कर्मी विकास कुमार राम की सड़क घटना में मौत हो गई थी.घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण और परिजन मुआवजे की मांग को लेकर पिछले 24 घंटे से शव को सड़क पर रखकर आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन अब तक किसी ने सुध नहीं ली है.
तेज रफ्तार हाइवा ने युवक को कुचला
दरअसल, एनटीपीसी कोल खनन परियोजना में बीजीआर कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट पर केरेडारी में कोयला खनन का काम दिया गया है. यहां कोल ट्रांसपोर्टिंग का काम ओएसएल कंपनी कर रही है. ग्रामीणों और परिजनों के अनुसार केरेडारी कोयला खनन परियोजना से ट्रांसपोर्टिंग कर रही ओएसएल कंपनी की हाइवा ने रविवार की दोपहर लगभग 02:00 बजे बीजीआर कंपनी के कर्मी विकास कुमार को रौंद दिया. जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. इसके बाद से स्थानीय ग्रामीण और परिजन आंदोलनरत हैं.
लोगों ने लगा दी थी हाइवा को आग
इस संबंध में पगार ओपी प्रभारी विक्की ठाकुर ने बताया कि घटना से आक्रोशित लोगों ने हाइवा का पीछा कर सीबी माइंस के करीब पकड़ लिया और हाइवा में आग लगा दी. उन्होंने बताया कि जब तक आग पर काबू पाया जाता, हाइवा जल चुका था. इसके साथ ही घटना के विरोध में मृतक के परिजनों ने केरेडारी माइंस को बंद करा दिया और घटनास्थल पर शव रखकर कोल ट्रांसपोर्टिंग की सड़क को जाम कर दिया है.
क्या है परिजनों और ग्रामीणों की मांग
इधर, धरने पर बैठे ग्रामीणों और परिजनों की मांग है कि कोल ट्रांसपोर्टिंग कर रही ओएसएल कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाए, मृतक के आश्रित को 3 करोड़ रुपये मुआवजा और घर के एक सदस्य को नौकरी दी जाए. स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले दिनों एनटीपीसी के पदाधिकारी कुमार गौरव की हत्या के बाद जो मुआवजा दिया गया था, ठीक वही मुआवजा मृतक विकास कुमार राम के परिजनों को दिया जाए.
कोयला ट्रांसपोर्टिंग में नियमों की अनदेखी का आरोप
परिजनों ने बताया कि विकास कुमार राम बीजीआर में पंच (हाजिरी) लगाकर अपने घर पाण्डु लौट रहा था. इसी क्रम में पाण्डु-काबेद मोड़ के पास एक तेज गति से आ रही हाइवा ने उसे चपेट में ले लिया और उसे बाइक समेत घसीटता हुआ 50 फिट आगे तक ले गया. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. जबतक उसे लेने एम्बुलेंस पहुंची वह दम तोड़ चुका था. धरने पर बैठे लोगों ने बताया कि ओएसएल कंपनी यातायात नियमों को ताक पर रखकर कोलया की ट्रांसपोर्टिंग करा रही है.
वहीं मृतक विकास अपने पीछे पत्नी कविता देवी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं. सभी बच्चे नाबालिग हैं. अब उनके जीवन-यापन से लेकर पढ़ाई-लिखाई की समस्या उत्पन्न हो गई है. केरेडारी के पांडू में एनटीपीसी कोल खनन परियोजना में बीजीआर कॉन्ट्रैक्ट पर कोयला खनन का काम कर रही है. ट्रांसपोर्टिंग का काम ओएसएल कंपनी को दिया गया है.