जिले के सरकारी डीएड कॉलेज प्रबंधन एवं विद्यार्थियों ने आज शनिवार को शिक्षा अधिकारियों के स्वागत में कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये. इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) सह क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक प्रवीण रंजन ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद शिक्षकों की जिम्मेदारी पहले से अधिक बढ़ गयी है.
हजारीबाग जिले के सरकारी डीएड कॉलेज प्रबंधन एवं विद्यार्थियों ने आज शनिवार को शिक्षा अधिकारियों के स्वागत में कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये. इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) सह क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक प्रवीण रंजन ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद शिक्षकों की जिम्मेदारी पहले से अधिक बढ़ गयी है. विद्यार्थियों को भी अपने पढ़ाई में रोज नए-नए एक्सपेरिमेंट करने की आवश्यकता है.
बिना मोबाइल के इतिहास रच रहें विद्यार्थी
डीईओ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता हैं. आज के डिजिटल युग में शिक्षक को शिक्षा के प्रति अपडेट रहना होगा. प्रतिदिन नए-नए प्रयोग से अवगत होना होगा. आने वाले समय में शिक्षकों का चैलेंज और बढ़ने वाला है. विद्यार्थियों को भी इस पर ध्यान देना होगा. शिक्षा के क्षेत्र में आने वाले विद्यार्थियों को अभी से ही सभी चैलेंज को स्वीकार करना है. हम सभी मोबाइल फोन के आदी है. राज्य में दो जगह लातेहार जिले के नेतरहाट आवासीय विद्यालय में लड़के एवं हजारीबाग इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं को मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह पाबंदी है और दोनों स्कूल के विद्यार्थी इतिहास रच रहे हैं.
वर्तमान समय में कंप्यूटर शिक्षा आवश्यक – डीईओ
उन्होंने कहा शिक्षा के क्षेत्र में जुड़े शिक्षक के लिये वर्तमान समय में कंप्यूटर शिक्षा आवश्यक हो गई है. विद्यार्थी आगे बढ़ाने के लिए सभी तरह के तकनीक का प्रयोग करें. उन्होंने सीमित संसाधन में बीएड कॉलेज में अध्यनरत विद्यार्थियों की शिक्षा के प्रति जूनून की प्रशंसा की. इससे पहले प्रवीण रंजन, डीएसई आकाश कुमार, डीएसई कोडरमा अजय कुमार एवं अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी रौशनी कुमारी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. कॉलेज प्रबंधन की ओर से अधिकारियों को सॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में झारखंड शिक्षा परियोजना के एडीपीओ कौशल किशोर सहित सभी शिक्षा कार्यालय के शिक्षा कर्मी मौजूद रहें.