Tuesday, March 4, 2025

साइबर ठगी का सदमा सह न सका झारखंड का किसान, 68 हजार रुपए गंवाने के बाद लगा ली फांसी

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झारखंड के गुमला जिले का एक किसान साइबर ठगी का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका. उसने अपने घर के पीछे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

झारखंड का एक किसान साइबर ठगी का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका. उसने आत्मघाती कदम उठा लिया. साइबर क्रिमिनल्स ने उसके बैंक अकाउंट से 68 हजार रुपए निकाल लिये. इससे निराश किसान ने अपने घर के पीछे के आम के पेड़ पर फंदा टांगकर उससे झूल गया. घटना गुमला जिले में हुई है. किसान का नाम मोरहा उरांव है. उसकी उम्र 55 साल थी. गुमला सदर थाना क्षेत्र के अरमई गांव के रहने वाले मोरहा उरांव ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने से पहले अपने परिवार के सदस्यों से माफी भी मांगी है. मरने से पहले उसने एक परचा लिखा था, जो उसकी जेब से बरामद हुआ है, उसमें लिखा है- साइबर ठगी का शिकार, भाई जगना, प्यारी झिमी… क्षमा करना… मोबाइल में मैसेज देखना… समझ जाना… मोरहा उरांव.

मोरहा उरांव को राइस मिल से मिले थे 68 हजार रुपए

मोरहा उरांव के भाई जगना उरांव ने पत्रकारों को बताया कि उसके भाई ने राइस मिल को अपनी धान बेची थी. मोरहा को इससे 68 हजार रुपए मिले थे. बैंक में रखे उसके सारे पैसे साइबर क्रिमिनल्स ने निकाल लिये. पूरी जमा पूंजी गंवाने के बाद मोरहा उरांव काफी परेशान रहने लगा था. बच्चों की परवरिश और पढ़ाई को लेकर चिंतित था. आखिरकर उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया.

सुबह घर के पीछे पेड़ से लटका मिला किसान मोरहा उरांव का शव

परिजन जब मंगलवार की सुबह उठे, तो उसे घर में नहीं देखकर खोजबीन की. इसी दौरान उसे घर के पीछे आम के पेड़ के सहारे फांसी पर लटका पाया. इसकी सूचना गुमला पुलिस को दी गयी. गुमला पुलिस के एएसआइ अरविंद कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और शव का पंचनामा किया. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.

एएसआइ बोले- पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह सकेंगे

एएसआइ अरविंद कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है. पुलिस मामले की हर बिंदु पर बारीकी से छानबीन कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद और जांच के बाद ही पक्के तौर पर कुछ कहा जा सकता है.

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