जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में तैनात थे इस्माइलपुर प्रखंड के पछियारी टोला डिमाहा के हवलदार संतोष कुमार
नवगछिया
देश की सरहद की रक्षा करते हुए नवगछिया के लाल ने अपने प्राणों की आहुति दे दी. जम्मू-कश्मीर के नोशेरा सेक्टर में तैनात नवगछिया अनुमंडल के इस्माइलपुर प्रखंड के पछियारी टोला डीमाहा निवासी चंद्रदेव प्रसाद यादव के पुत्र हवलदार संतोष कुमार गश्ती दल के साथ दुर्घटना के शिकार हो गये. बताया जाता है कि सेना की गश्ती गाड़ी गहरी खाई में गिर गयी जिससे जवान घायल हो गये. हवलदार संतोष कुमार को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन चिकित्सक उनकी जान नहीं बचा पाये.
इधर, जैसे ही सेना के अधिकारी के द्वारा संतोष के शहीद हो जाने की सूचना मिली, गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. हालांकि, इस संबंध में मृतक के छोटे भाई अभिनव कुमार ने बताया कि मंगलवार की सुबह पांच बजे युनिट से सेना के अधिकारियों का फोन आया कि संतोष कुमार शहीद हो गये. अभिनव ने बताया कि सेना के अधिकारी ने हमें जानकारी दी कि सोमवार की रात करीब एक बजे सेना के द्वारा चलाये गये सर्च ऑपरेशन के दौरान वे अपने दस्ते के साथ थे, इसी दौरान संतोष यादव को दुश्मनों की गोली लग गयी. इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गयी. अभिनव ने बताया कि उनका भाई देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं, उनके शहादत पर हमें गर्व है.
वर्ष 2012 में सेना में किया था नौकरी ज्वाइन
संतोष कुमार ने वर्ष 2012 में नौकरी ज्वाइन किया था. दो माह पूर्व वे छुट्टी लेकर घर आये थे. रात्रि आठ बजे भी अभिनव ने संतोष को फोन किया था. संतोष ने कहा था कि अभी आप फोन रखिए, जरूरी ऑपरेशन में जा रहा हूं. उसके पश्चात सुबह में उनके शहीद हो जाने की सूचना पदाधिकारियों ने दी.
तीन बेटी और एक चार वर्षीय बेटे के सिर से उठा पिता का साया
संतोष कुमार की शादी वर्ष 2007 में पीरपैंती के बकिया दियारा में साधना कुमारी से हुई थी. संतोष को तीन पुत्री व एक पुत्र है. बड़ी पुत्री सीबीएससी बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा पास की है. दीप्ती 11 वर्ष की, इशिका नौ साल की और पुत्र लक्ष्य चार वर्ष का है. अब इन बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है. पत्नी साधना कुमारी बच्चों के साथ भागलपुर में रहती हैं. सभी बच्चे निजी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.