शराबबंदी के मुद्दे को लेकर आज नेता प्रतिपक्ष तजस्वी यादव विधानसभा में सरकार पर आक्रामक नजर आएं. उन्होंने आरोप लगाया कि शराबबंदी कानून में सिर्फ दलित और अतिपिछड़ा समाज के लोगों की ही गिरफ्तारी हुई है.
शराबबंदी को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा ऐलान किया है. गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में अपराधियों की बहार है. सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह से नाकाम है. नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि शरारबबंदी को सरकार ठीक ढ़ंग से लागू नहीं कर पाई है. चुनाव के बाद महागठबंधन की सरकार बनी तो वह इस कानून में बड़ा बदलाव करेंगे और ताड़ी को शराबबंदी से अलग करेंगे. प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी पूरी तरह सरकार पर आक्रामक नजर आएं
शराबबंदी की वजह हुई 12 लाख लोगों की गिरफ्तारी
तेजस्वी ने शरारबंदी कानून पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में जहरीली शराब से अब तक 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. 1 अप्रैल 2016 से 31 अगस्त 2024 तक 12 लाख से ज्यादा लोगों की शराबबंदी के चलते गिरफ्तारी हुई है. मद्य निषेध विभाग ने 5 लाख 43 हजार 326 और 6 लाख के करीब लोगों को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

शराबबंदी में सिर्फ दलित और अतिपिछड़ा को किया गया गिरफ्तार
शराबबंदी में सिर्फ दलित और अतिपिछड़ा समाज के लोगों की ही गिरफ्तारी हुई है. हर घंटे 18 हर दिन 426 और हर महीने 12 हजार 800 लोगों की गिरफ्तारी होती है. हमारी सरकार बनने पर पासी समाज की रोजी-रोटी के लिए ताड़ी को शराबबंदी से बाहर करेंगे. पहले की तरह व्यवस्था करेंगे. मुख्यमंत्री की नीरा योजना बिल्कुल तरीके से असफल रही है.’
CM का चेहरे कोई भी हो, मुझे फर्क नहीं पड़ता: तेजस्वी
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने तेजस्वी से महागठबंधन के CM फेस पर भी सवाल किया. इस पर उन्होंने कहा, ‘महागठबंधन में CM का चेहरे कोई भी हो, मुझे फर्क नहीं पड़ता। मैं अपने काम में लगा हूं. जनता तय करेगी आगे क्या होगा.’