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Friday, March 21, 2025

लातेहार के विभिन्न स्कूलों में बेंच और डेस्क 6 माह में ही टूट गईं जिसकी शिकायत जिला परिषद के सदस्यों ने अधिकारियों से की.

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लातेहार: जिले के स्कूलों में सुविधा बहाल करने के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं. परंतु इसका लाभ स्कूल के बच्चों को नहीं मिल पा रहा है. बच्चों को बैठने के लिए स्कूलों में कुछ दिन पूर्व डीएमएफटी मद से बेंच डेस्क की आपूर्ति कराई गई थी. आरोप है कि 6 माह के अंदर ही अधिकांश बेंच डेस्क टूट कर कबाड़ बन गई हैं. लातेहार जिला परिषद सदस्यों ने इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

BENCH DESKS IN LATEHAR SCHOOLS

दरअसल लातेहार जिले के सरकारी स्कूलों को सुविधा संपन्न बनाने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाकर स्कूलों में सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. जिले के विभिन्न स्कूलों में उपलब्ध कराई गईं बेंच डेस्क की गुणवत्ता भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए उदाहरण मात्र है.

यहां बताते चलें कि लातेहार जिले के विभिन्न स्कूलों में जहां बच्चों को बैठने के लिए बेंच डेस्क की कमी थी, वहां जिला प्रशासन के द्वारा डीएमएफटी की राशि से बेंच डेस्क उपलब्ध करने की योजना तैयार की गई. टेंडर के माध्यम से एजेंसी का चयन किया गया और स्कूलों में बेंच- डेस्क उपलब्ध भी करा दी गईं. परंतु विभागीय मॉनिटरिंग की कमी के कारण स्कूली बच्चों को बैठने के लिए उपलब्ध कराई गई बेंच डेस्क की गुणवत्ता इतनी खराब निकली कि 6 माह के अंदर ही कई डेस्क कबाड़ हो गईं.

विद्यालय प्रबंधन समिति की शिकायत पर जांच करने पहुंचे जिला परिषद सदस्य

इधर विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों ने इसकी शिकायत लातेहार जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव से की. शिकायत मिलने के बाद जिला परिषद सदस्य जब स्कूलों में बेंच डेस्क की जांच करने पहुंचे तो सामान की गुणवत्ता को देखकर आश्चर्य चकित रह गए. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार निम्न गुणवत्ता वाले बेंच और डेस्क स्कूलों में दी गई हैं, इससे स्पष्ट है कि इसमें गड़बड़ी की गई है. उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के द्वारा मॉनिटरिंग नहीं किए जाने के कारण योजनाओं से लाभ नहीं मिल पा रहा है.

उन्होंने कहा कि इस तरह की वस्तुओं की आपूर्ति से बच्चों को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है. जिला अधिकारियों को मामले का तुरंत संज्ञान लेना होगा और मामले में कार्रवाई करनी होगी.

स्कूल के शिक्षक भी परेशान

इधर स्कूलों में खराब गुणवत्ता वाली बेंच डेस्क की आपूर्ति किए जाने से स्कूल के शिक्षक भी परेशान हैं. शिक्षकों का कहना है कि इसकी आपूर्ति सीधे जिला से हुई है, इस कारण वे लोग इस पर कुछ बोल भी नहीं सकते थे. शिक्षकों ने बताया कि जिस दिन बेंच स्कूल में आई थीं उस दिन भी कई डेस्क हिल रहे थे. पूछने पर आपूर्तिकर्ता के द्वारा साफ कहा गया कि जाकर जिला में पता कीजिए. इसी कारण शिक्षक कुछ बोल नहीं पाए.

मामले की होगी जांच
इधर इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा है कि यदि ऐसी बात है तो मामले की जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी.

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