गढ़वा: नगर उंटारी रेलवे स्टेशन पर टिकट बिक्री में 2 करोड़ 16 लाख 12 हजार 267 रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है. यह घोटाला वर्ष 2023 में हुआ था. घोटाले का आरोप स्टेशन से पैसा लाकर बैंक में जमा करने के लिए एसबीआई द्वारा अधिकृत एजेंसी राइटर सेफ गार्ड लिमिटेड (डब्ल्यूएसजी) के बाइकर्स (कर्मियों) पर है. उक्त कंपनी के दो कर्मचारी अजय कुमार गुप्ता और प्रेमचंद प्रजापति पर राशि के कथित घोटाले का आरोप है. रेलवे के बैंक खाते के स्टेटमेंट की जांच के बाद इसका खुलासा हुआ है.
वरीय रेल अधिकारियों के निर्देश पर नगर उंटारी रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक संतोष कुमार ने नगर उंटारी थाने में आवेदन देकर बाइकर अजय कुमार और प्रेमचंद कुमार के खिलाफ पैसा गबन करने का मामला दर्ज कराया है. दोनों भवनाथपुर थाना क्षेत्र के कोनमंदरा गांव के निवासी हैं. फिलहाल दोनों कर्मी फरार हैं.
स्टेशन को सौंपा गया फर्जी रसीद
थाने में दर्ज मामले में स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि रेलवे और एसबीआई के बीच 31 अक्टूबर 2020 को स्टेशन से रेलवे स्टेशन की आय की राशि बैंक में जमा करने का एक करार हुआ था. उसके बाद करार के तहत बैंक द्वारा अधिकृत एजेंसी डब्ल्यूएसजी के बाइकर्स को स्टेशन से टिकट बिक्री का पैसा लेकर बैंक में रेलवे के खाते में जमा करना था. उसके बाद बैंक से प्राप्त रसीद को स्टेशन में जमा करना था. इसी प्रक्रिया के तहत एजेंसी के बाइकर्स अजय कुमार और प्रेमचंद्र ने वर्ष 2023 में नगर उंटारी रेलवे स्टेशन की टिकट बिक्री की राशि करीब 2 करोड़ 16 लाख 12 हजार 267 रुपये बैंक में जमा नहीं किया. इसके बदले बैंक में राशि जमा करने की फर्जी रसीद स्टेशन प्रबंधक को सौंपते रहे. यह क्रम एक साल तक चलता रहा.
राजस्व हानि के बाद रेलवे ने शुरू की जांच
मामले की किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. बाइकर्स हर दस-पंद्रह दिन में राशि बैंक में जमा करने के नाम पर मोटी रकम गबन करते रहे. उसके एवज में वे स्टेशन प्रबंधक के पास फर्जी रसीद जमा करते रहे. इसका खुलासा तब हुआ जब धनबाद रेल मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर लगातार हो रही राजस्व हानि के बाद रेल विभाग हरकत में आया. वरीय रेल अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू की. अधिकारियों ने सभी स्टेशनों को आदेश दिया कि वे अपने स्टेशन से बाइकर द्वारा भेजी गई रकम और एसबीआई में रेलवे के खाते में जमा की गई रकम की जांच करें.