रांची के रातु अंचल में 5.19 एकड़ वन भूमि को जनरल प्लाट में बदलने के मामले में जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं। कांके अंचल के सीओ पर भी दोहरी जमाबंदी का आरोप है जिसकी जांच एसडीएम को सौंपी गई है। प्रशासन ने किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करने के संकेत दिए हैं

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- रांची। रांची के रातू अंचल में 5.19 एकड़ जमीन की गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने अपनी सक्रियता बढ़ाई है।बताया जा रहा है कि जिस जमीन को वन भूमि के तौर पर चिह्नित किया गया था, उसे कागजों में बदलकर जनरल प्लाट में तब्दील कर दिया गया। जैसे ही इस गड़बड़ी की भनक जिला प्रशासन को लगी, रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।डीसी ने अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वह पूरे मामले की तह तक जाएं और जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट सौंपें। जिला प्रशासन इस गड़बड़ी को लेकर सतर्क हो गया है और आगे किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त न करने के संकेत दे दिए गए हैं।
- इस बीच, जमीन से जुड़ा एक और विवाद सामने आया है, जिसमें कांके अंचल के सीओ जय कुमार राम पर गंभीर आरोप लगे हैं। पिठौरिया के रहने वाले मुस्तफा अंसारी ने रांची डीसी को एक शिकायत पत्र सौंपा है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि सीओ ने निजी स्वार्थ में दोहरी जमाबंदी की है।यानी एक ही जमीन की दो बार अलग-अलग मालिकों के नाम पर जमाबंदी कर दी गई है। डीसी भजंत्री ने इस मामले को भी गंभीरता से लेते हुए जांच का जिम्मा रांची एसडीएम को सौंपा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई होगी।
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