Wednesday, February 26, 2025

महाशिवरात्रि के मौके पर रांची के पहाड़ी मंदिर में और देवघर के बाबा धाम में शिव बारात निकाली गई.

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Mahashivratri 2025

 महाशिवरात्रि के अवसर पर देवघर के बाबा धाम और रांची के पहाड़ी मंदिर में धूमधाम से शिव बारात निकाली गई. शिव और शक्ति के विवाह के अवसर पर निकाली गई इस अनूठी झांकी में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए. इस दौरान श्रद्धालु हर-हर महादेव का जयकारा लगाते रहे.

बाबा नगरी देवघर में महाशिवरात्रि का जुलूस शुरू होते ही भगवान भोलेनाथ की बारात देखने के लिए पूरे सड़क पर लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी. बारात में भूत, पिशाच, कंकाल, ऊंट, घोड़े सभी शामिल हुए. के के एन स्टेडियम से जैसे ही जुलूस शुरू हुआ हजारों की भीड़ सड़क के दोनों तरफ खड़ी नजर आई. देवघर में शिव बारात देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे.

सीएम हेमंत हुए शिव बारात में शामिल

शिव बारात को रवाना करने के लिए सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन खुद देवघर में थे. उनके साथ राज्य सरकार के मंत्री दीपिका पांडे और सुदिव्य कुमार भी मौजूद थे. के एन स्टेडियम में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाले समय में और भी भव्य तरीके से शिव बारात निकाली जाएगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवरात्रि और सावन महीने में देवघर का विशेष महत्व होता है. यहां पूरे देश से लोग आते हैं. इसीलिए आने वाले समय में भगवान भोलेनाथ से जुड़ी सारी व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जाएगा.

पहाड़ी मंदिर से निकाली गई शिव बारात

रांची पहाड़ी मंदिर परिसर से शिव बारात निकाले जाने से पहले श्रद्धालुओं ने पहाड़ी मंदिर परिसर में विधिवत पूजा-अर्चना की, जिसमें राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश समेत कई राजनेता शामिल हुए.

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शिव बारात के दौरान झांकी )

शिव बारात आयोजन समिति के बैनर तले पहाड़ी मंदिर से निकाली गई यह झांकी रातू रोड कचहरी चौक होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक तक गई, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए.

कोतूहल बनी शिव बारात, बच्चों के साथ पूरा परिवार हुआ शामिल

महाशिवरात्रि के अवसर पर अधिकांश शिव मंदिरों से देर शाम तक शिव बारात निकाली गई. पहाड़ी मंदिर से निकाली गई शिव बारात में भगवान भोले नाथ के साथ मुंडमाला धारण किए भूत-पिशाच व सांपों की फुंफकार कौतुहल का विषय रही.

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इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार व बच्चों के साथ सड़क किनारे खड़े रहे. शाम की पूजा-अर्चना के बाद मंदिरों में विवाह उत्सव की विशेष तैयारी की गई थी.

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विद्युत बल्बों से सजे मंदिरों में विराजमान भगवान भोले नाथ व माता पार्वती का पारंपरिक ढंग से श्रृंगार किया गया और विशेष पूजा-अर्चना की गई. देर शाम तक चले इस विवाह उत्सव को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. कल यानि गुरुवार को श्रद्धालु मंदिरों में शिव दर्शन करेंगे, जिसका सनातन धर्म में विशेष महत्व है. कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के व्रत के बाद दूसरे दिन सुबह शिव दर्शन करने का विशेष महत्व है.

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