जामताड़ा : गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत कांत दुबे द्वारा सुप्रीम कोर्ट को लेकर दिए गए विवादित बयान पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने संसद से उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की है.
निशिकांत दुबे द्वारा दिए गए विवादित बयान पर राजनीति गरमा गई है. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर तीखा हमला बोला है. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर निशिकांत दुबे द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और संसद से उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की.
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी का अपने सांसद पर कोई कंट्रोल नहीं है. देश की सर्वोच्च न्यायपालिका जो एक संवैधानिक संस्था है, उस पर टिप्पणी की जा रही है. ऐसी सर्वोच्च संवैधानिक संस्था पर टिप्पणी करना शर्मनाक है.
दरअसल, सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट और चीफ जस्टिस को लेकर विवादित बयान दिया है. जिसे लेकर बयानबाजी तेज हो गई है. एक और जहां विपक्षी पार्टियां इसे लेकर बीजेपी पर हमलावर हैं. वहीं बीजेपी ने भी निशिकांत दुबे के बयान से किनारा कर लिया है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने साफ कर दिया है कि सांसद निशिकांत दुबे के सुप्रीम कोर्ट को लेकर दिए गए बयान से पार्टी को कोई लेना देना नहीं है. यह सांसद का व्यक्तिगत बयान और विचार हैं.
वहीं, मामले में झारखंड की ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस नेता दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकारी एजेंसी की तरह सुप्रीम कोर्ट को भी अपने हिसाब से इस्तेमाल करना चाहती है. जब वही अदालत उनके पक्ष मे फैसला देती है तो वे वाहवाही लूटते हैं और जब आम जनता और गरीबों के पक्ष मे फैसला देती है तो ये लोग अदालतों पर भी हमलावार हो जाते हैं. उन्होंने सवाल किया कि कहीं ये सब कुछ पीएम नरेंद्र मोदी के इशारे पर तो नहीं कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि पीएम को ऐसे सांसद पर कार्रवाई करनी चाहिए नहीं तो ये समझा जाएगा इन सबके पीछे वे खुद भी हैं