मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार आज बिहार विधानसभा में अपने इस कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने जा रही है. इस बजट में सरकार मुख्यमंत्री के प्रगति यात्रा के दौरान किए गए ऐलानों के लिए बजट आवंटित करेगी. हालांकि इससे पहले विधानसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. आरजेडी ने इसे सरकार का आखिरी बजट बताया तो सत्ता पक्ष ने इसे विकास का बजट बताया है.
कार्यवाही शुरू होते ही सदन में हंगामा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे ही विधानसभा पहुंचे और घड़ी की सुई ने 11 बजने का इशारा किया. सदन की कार्यवाही शुरु हो गई. लेकिन इसी दौरान विपक्ष के नेताओं ने विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन और हंगामा करना शुरू कर दिया.
65 प्रतिशत आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग
सदन के बाहर बिहार विधानसभा परिसर में सीपीआई (एम) के विधायकों ने प्रदर्शन किया. उन्होंने मांग किया कि 65 प्रतिशत आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए नीतीश सरकार केंद्र सरकार पर दबाव बनवाए. इसके साथ ही विधायकों ने कहा कि गरीब, मध्यम वर्ग और आम लोगों पर बिजली विभाग की गुंडागर्दी पर रोक लगाई जाए.
सरकार का विदाई बजट: RJD
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह बिहार की एनडीए सरकार की विदाई का बजट है. लोक-लुभावने और जुमलेबाजी वाली घोषणा नीतीश सरकार करेगी लेकिन जनता झांसे में नहीं आने वाली है. जनता समझ चुकी है. यह पूरी तरह से एनडीए सरकार की विदाई की बजट है. उन्होंने कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव पहले से भी अपराध, भ्रष्टाचार, महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं. निश्चित तौर पर इस बजट सत्र में भी यह मुद्दा महागठबंधन के नेताओं द्वारा उठाया जाएगा.