पटना न्यूज़ :बीते सोमवार को मंत्री से मिलने की बात कह कर घर से निकले युवक की सिर कूच कर हत्या कर दी गई। युवक का शव दीघा थानांतर्गत मखदुमपुर स्टेट बैंक कालोनी स्थित शशिकांत सिंह के चार मंजिले मकान की दूसरी मंजिल पर फ्लैट से बरामद हुआ।
मृतक की पहचान मरांची थानांतर्गत जलालपुर निवासी अनुराग कुमार (32) के रूप में हुई है। वे पशुपालन विभाग में संविदा पर कार्यरत थे। साथ ही गौ रक्षा में सक्रिय थे। इस मामले में पुलिस ने फ्लैट में रहने वाले अविनाश नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है।
अविनाश भी अनुराग के साथ कार्यालय में काम करता है। वह बेतिया का रहने वाला बताया जाता है। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से वारदात में प्रयुक्त हथौड़ा बरामद किया है। वहां से आइफोन भी मिला है, जिसमें एक ही नंबर होने की बात कही जा रही है।
उसकी काल हिस्ट्री मिटा दी गई थी। एएसपी विधि-व्यवस्था दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि कदमकुआं और दीघा थानों की पुलिस मिलकर अनुसंधान कर रही है। स्वजन ने रुपयों के लेन-देन की भी जानकारी दी है। सभी बिंदुओं पर गहनता से अनुसंधान जारी है।
घटनास्थल पर पहुंचे अनुराग के स्वजन का गुस्सा कदमकुआं थाने के इंस्पेक्टर राजीव कुमार और अपहरणकांड के जांचकर्ता दारोगा साजिद अख्तर पर फूट पड़ा। स्वजन ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई।
अनुराग के साले ने बताया कि पुलिस बहनोई को ढूंढ़ने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही थी। कई बार कहने पर सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गए थे। उसमें अविनाश के साथ अनुराग दिखे थे। बुधवार को स्वजन ने अविनाश को रोक कर पुलिस के हवाले किया था।
उसे एयरपोर्ट थाने से छोड़ दिया गया। गुरुवार को भी स्वजन ने ही अविनाश को एयरपोर्ट के पास पकड़ कर पुलिस को सौंपा था। दबाव देने पर पुलिस उसके फ्लैट में गई।
वहां ताला लगा था। शाम में मकान मालिक के सहयोग से ताला काटा गया तो अंदर से दुर्गंध आ रही थी। कमरे में खून से सना अनुराग का शव चादर से लिपटा था।
रिस्तेदारो ने बताया कि अनुराग सोने की तीन चेन, दो ब्रेसलेट और चार अंगूठी (एक हीरा जड़ित) पहनते थे। उनके बदन पर एक भी आभूषण नहीं था।
घटनास्थल से जूठा कप भी बरामद हुआ है। प्रारंभिक जांच में पुलिस मान रही है कि अनुराग की हत्या उसी दिन कर दी गई थी।
उनकी चीखें किसी ने नहीं सुनी। ऐसे में माना जा रहा है कि कप में चाय के साथ नशीला पदार्थ मिलाकर दिया गया होगा। इससे वे बेहोश हो गए, जिसका फायदा उठाकर हथौड़े से उनका सिर कूच दिया गया।
वारदात में दो या उससे अधिक लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। अंदेशा है कि ठिकाने लगाने के इरादे से शव को चादर में लपेटा गया।
मगर, मकान में सीसी कैमरे लगे होने के कारण वे अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो सके। अविनाश ने एक महीने पहले ही वह फ्लैट किराये पर लिया था।