रोहतास के दिनारा में एक प्रेम कहानी ने समाज की सकारात्मक सोच से खूबसूरत अंजाम पाया. परिवार और समाज के सहयोग से प्रेमी मोनू यादव और विभा का विवाह सासाराम के राधा-कृष्ण मंदिर में संपन्न हुआ. जहां अक्सर प्रेम विवाह में समाज रुकावट बनता है, वहीं इस कहानी में लोगों ने आगे बढ़कर दोनों का साथ दिया.
बिहार के रोहतास के दिनारा में एक प्रेम कहानी का सुखद अंत हुआ. जब समाज ने प्रेमी युगल का साथ देते हुए उनकी शादी करवा दी. डिहरा, दिनारा के रहने वाले मोनू यादव उर्फ श्याम नारायण और बिगन डिहरा, नरवर पंचायत की निवासी विभा ने पढ़ाई-लिखाई के दौरान एक-दूसरे को चाहा और एक साल तक अपने रिश्ते को निभाते रहे.
समाज बना सहारा, परिवारों की सहमति से बना रिश्ता
छिप-छिपकर मिलने वाले इस जोड़े को जब परिवार वालों ने साथ देख लिया, तो प्रेम कहानी गांव में चर्चा का विषय बन गई. लड़की के परिजन समाज में बदनामी को लेकर चिंतित हो गए और उन्होंने कोचस पंचायत के पूर्व मुखिया लाल साहब सिंह यादव और समाजसेवी तेज प्रताप यादव से मदद मांगी.
समाज की मदद से दोनों परिवारों के बीच बातचीत शुरू हुई. शुरुआत में प्रेमी पक्ष विवाह को लेकर अनबन कर रहा था. लेकिन ग्रामीणों के प्रयास से सहमति बन गई. अंततः, दोनों की शादी सासाराम के राधा-कृष्ण मंदिर में पूरे रीति-रिवाज से करवाई गई.
प्रेम की मिसाल बनी शादी, गांव वालों ने दिया आशीर्वाद
चूंकि दोनों एक ही जाति से थे, इसलिए विवाह में कोई सामाजिक बाधा भी नहीं आई. शादी के बाद प्रेमी जोड़ा बेहद खुश दिखा और उन्होंने गांववालों का आभार जताया. मोनू यादव ने कहा, “हमारे प्रेम की राह आसान नहीं थी, लेकिन समाज ने हमारा साथ दिया, जिससे हम जीवनभर के साथी बन सके.”