गिरिडीहः मैट्रिक पेपर लीक करने के मामले में कोडरमा पुलिस द्वारा गिरिडीह से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया. फिर सभी छह लोगों को जेल भेज दिया गया और फिर गुरुवार को रिमांड पर लिया गया.
इन सब के बीच यह पता चला है कि इस मामले में गिरफ्तार अंशु कुमार पांडेय 21 फरवरी के उस आंदोलन में शामिल था जिसका आयोजन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने किया था. बताया जाता है कि इसकी जानकारी अंशु ने कोडरमा पुलिस के पूछताछ में दी है.
किस बात पर किया था आंदोलन
दरअसल 20 फरवरी को विज्ञान की परीक्षा होने के बाद यह साफ हो गया कि प्रश्न पत्र लीक हुआ था. ऐसे में जैक ने हिंदी और विज्ञान की परीक्षा को रद्द कर दी. इस बीच इस मामले को लेकर 21 फरवरी को अभाविप ने रांची समेत गिरिडीह में आंदोलन किया. गिरिडीह टावर चौक पर सीएम का पुतला भी फूंका गया. यहीं अभाविप के आंदोलन में अंशु भी शामिल हो गया.
संगठन से कोई संबंध नहीं: उज्जवल
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक उज्जवल तिवारी का कहना है कि अंशु कुमार पांडेय नामक युवक को वे जानते नहीं है. अंशु का संबंध भी संगठन से नहीं है. आंदोलन के समय वह कैसे आया यह कहा नहीं जा सकता.
सरकार को बदनाम करने की साजिश: जेएमएम
इसको लेकर जेएमएम के संयोजक प्रमुख सह जिला 20 सूत्री उपाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी व उनकी इकाई हमेशा से ही सरकार को बदनाम करने का काम करती रही है. जो व्यक्ति प्रश्न पत्र लीक करने के मामले में गिरफ्तार हुआ है. वह अगर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रम में मौजूद है तो सवाल गंभीर है. प्रशासन पूरे मामले की जांच कर रही है और सब कुछ साफ हो जाएगा