प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना लागू करने में झारखंड देश में पहले स्थान पर है, जबकि लोन देने में देवघर पहले नंबर पर है. यहां 95 फीसदी स्ट्रीट वेंडरों को रोजगार के लिए ऋण दिया गया.
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में चालू वित्तीय वर्ष में झारखंड देश में पहले नंबर पर है, जबकि देवघर के बैंक पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन देने में देश में पहले स्थान पर हैं. स्टेट लेबल बैंकर्स कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में 30 नवंबर तक देवघर में पीएम स्वनिधि योजना में कुल 6,730 स्ट्रीट वेंडरों से आवेदन प्राप्त हुए. इनमें 5,229 स्ट्रीट वेंडरों को ऋण मुहैया करा दिया गया. 95 फीसदी स्ट्रीट वेंडरों को रोजगार के लिए ऋण दिया गया. पीएम स्वनिधि योजना में स्ट्रीट वेंडर्स को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्यशील पूंजी मुहैया करायी गयी है. इस योजना के तहत स्ट्रीट वेंडरों को बगैर कोई सिक्योरिटी के ऋण दिया गया है. इस योजना में 10 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक ऋण बैंकों ने दिया है. इसमें स्ट्रीट वेंडर्स को सात फीसदी की दर से ब्याज सब्सिडी है.
सबसे अधिक लोन स्ट्रीट वेंडरों को
पीएम स्वनिधि योजना के तहत देवघर में हॉकर, ठेलेवाला, रेहड़ीवाला, फल वाला, सब्जी विक्रेता, स्ट्रीट फूड, चाय, पकौड़े, ब्रेड, अंडे, कपड़ा, परिधान, जूते, स्टेशनरी, सैलून, मोची, पान दुकानदारों को ऋण दिया गया है. पीएम स्वनिधि योजना में सबसे अधिक ऋण भारतीय स्टेट बैंक ने देवघर नगर निगम के माध्यम से स्ट्रीट वेंडरों को मुहैया कराया है. देवघर की उपलब्धि को वित्त मंत्रालय द्वारा केंद्रीय स्तर पर सराहना की गयी है.
स्ट्रीट वेंडरों को आत्मनिर्भर बना रही पीएम स्वनिधि योजना
देवघर के एलडीएम सांडु समद ने बताया कि स्ट्रीट वेंडरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गयी पीएम स्वनिधि योजना में झारखंड और देवघर देश में पहले स्थान पर हैं. केंद्रीय स्तर पर देवघर की उपलब्धियों की सराहना भी हो चुकी है. पीएम स्वनिधि योजना में कुल 6,730 स्ट्रीट वेंडरों से आवेदन प्राप्त हुए थे. इनमें 5,229 स्ट्रीट वेंडरों को ऋण मुहैया करा दिया गया है. इससे बड़े पैमाने पर रोजगार मिला है. इस योजना का लाभ अभी भी नए स्ट्रीट वेंडर ले सकते हैं.