बिहार: प्रधानमंत्री मोदी आज बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने आये थे, जिसमें उन्होंने कई योजनाओं का शिलान्यास किया. अब उनकी इस यात्रा पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने निशाना साधा है.
बिहार: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से विपक्ष केंद्र की सरकार पर हमलावर है. इसी कड़ी में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि देश में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद पीएम बिहार में चुनावी फायदे के लिए रैली कर रहे हैं. इसके साथ ही तेजस्वी ने इस घटना के लिए केंद्र की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस घटना से सरकार के द्वारा की गई सुरक्षा में लापरवाही सामने आ गई है.ये बातें तेजस्वी ने आज पटना में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित महागठबंधन की मीटिंग के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही.
मधुबनी में पंचायती राज कार्यक्रम में शामिल हुए थे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी आज बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने आये थे, जिसमें उन्होंने कई योजनाओं का शिलान्यास किया. मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पीएम का यह पहला कार्यक्रम था, जिसपर तेजस्वी यादव ने उन्हें जमकर घेरा और सवाल उठाया कि क्या जब आतंकी हमले के बाद पीएम ने कानपुर रैली को रद्द कर दिया, तो बिहार में आयोजित कार्यक्रम में सिर्फ इसलिए आये, क्योंकि यहां चुनाव होना है.
कानपुर में भी होनी थी पीएम की सभा
उतर प्रदेश के कानपुर में भी आज पीएम मोदी की सभा होनेवाली थी, लेकिन मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह सभा रद्द कर दी गई, लेकिन आज पीएम मोदी की बिहार के मधुबनी का कार्यक्रम रद्द नहीं हुआ और पीएम ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसके बाद तेजस्वी यादव ने उनपर यह आरोप लगाया कि बिहार की रैली को रद्द नहीं करना केवल चुनावी फायदा है.
विपक्ष के लिए है केंद्र की जांच एजेंसियां
तेजस्वी यादव ने केंद्र की सरकार पर यह भी आरोप लगाया है कि इस हमले के बाद सरकार की सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही उजागर हो गई है. देश की सुरक्षा एजेंसियां केवल विपक्षी नेताओं के पीछे पड़ी रहती है.आतंकी इतने समय तक रहे, लेकिन वहां एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं थे. जब इतनी बड़ी संख्या में पर्यटक वहां मौजूद थे, तो उनकी सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया.
