पलामूः 2018 में पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के डुंडुर में नक्सली संगठन टीएसपीसी के तीन टॉप कमांडर मारे गए थे. यह इलाका अतिनक्सल प्रभावित माना जाता है. इस इलाके के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ना बड़ी चुनौती है. इसी इलाके में पलामू के डीसी शशिरंजन गुरुवार को पहुंचे. डीसी गुरुवार को डुंडुर राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहुंचे. इस दौरान डीसी शशिरंजन ने बच्चों के साथ बातचीत की और उन्हें पढ़ाया भी.
इस दौरान डीसी ने एक छात्रा से मुलाकात की और उसका कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में नामांकन का निर्देश दिया. डुंडुर के इलाके में आदिम जनजाति की आबादी है. इलाके में आदिम जनजाति परिवार के लिए बने फैसिलिटी भवन का भी जायजा लिया. इस दौरान स्कूल के बच्चों को ट्रॉफी आदि का वितरण किया. डीसी ने बच्चों के साथ खाना भी खाया.
छत्तरपुर में पहली बार लगा डीसी का कैंप कार्यालय
पलामू के नक्सल प्रभावित अनुमंडल छत्तरपुर में गुरुवार को पहली बार डीसी का कैंप कार्यालय लगाया गया है. इस कैंप कार्यालय में पलामू जिला प्रशासन के सभी अधिकारी मौजूद थे. पलामू डीसी शशिरंजन ने पहल करते हुए तीसरे गुरुवार को हुसैनाबाद जबकि चौथा गुरुवार को छतरपुर में कैंप कार्यालय लगाने की शुरुआत की है. फरवरी में छतरपुर में कैंप कार्यालय नहीं लग सका था, जिस कारण गुरुवार को कैंप कार्यालय लगाया गया. दर्जनों ग्रामीणों ने डीसी शशिरंजन के सामने अपनी समस्याओं को रखा है.
-जमीन संबंधित समस्याओं का समाधान किया गया एवं इसकी जानकारी ली गई. सभी विभागों की समीक्षा की गई और योजना की जानकारी ली गई है. समस्याओं का एक सप्ताह में समाधान किया जाएगा. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह गांव में जाकर समस्याओं को दूर करें. विकास कार्य में अनिमियतता बरतने के मामले में कार्रवाई करने को भी कहा गया है. नेशनल हाइवे के किनारे बने स्कूल के भवनों की जांच की जाएगी और इसके लिए एक टीम गठित की गई है. छतरपुर में एक जिला स्तर का सर्किट हाउस और पुस्तकालय बनाने की भी योजना है. ग्रामीणों की समस्याओं का कैंप के माध्यम से समाधान किया जा रहा है. उम्मीद है कि ग्रामीण महीने में एक दिन लगने वाले कैंप का लाभ उठा पाएंगे. – शशिरंजन, डीसी पलामू

पलामू में सबसे अधिक छतरपुर में बल है तैनात, जमीन संबंधी समस्या सबसे अधिक
डीसी के पहले कैंप कार्यालय में आम ग्रामीण जमीन संबंधी समस्याओं को लेकर सबसे अधिक पहुंचे थे. डीसी के कैंप कार्यालय में 60 से अधिक ग्रामीणों ने आवेदन दिया था, जिसमें से अधिकतर आवेदन जमीन विवाद से जुड़े हुए थे. छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र में हरिहरगंज पिपरा नौडीहा बाजार प्रखंड भी शामिल है. पूरे पलामू में सबसे अधिक पुलिस बल छतरपुर अनुमंडल के इलाके में ही तैनात है. छतरपुर अनुमंडल की सीमा बिहार के गया एवं औरंगाबाद से सटी हुई है.