Friday, March 14, 2025

पंजाब की पटियाला पुलिस ने खन्ना से अगवा हुए छह साल के बच्चे के अपहरणकर्ताओं से बचा लिया है.

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चंडीगढ़: पंजाब की पटियाला पुलिस ने बुधवार शाम खन्ना से अगवा हुए छह साल के बच्चे के अपहरण मामले को सुलझा लिया है. 15 मिनट की मुठभेड़ के बाद पुलिस ने बच्चे को अपहरणकर्ताओं से छुड़ा लिया है. इस ऑपरेशन में तीन पुलिस कर्मी घायल हुए हैं, जबकि मुख्य आरोपी जसप्रीत सिंह जिसकी उम्र 23 साल थी. उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. आरोपी बच्चे के गांव का ही रहने वाला था.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और डीजीपी गौरव यादव इस पूरे ऑपरेशन की पल-पल की अपडेट ले रहे थे. साथ ही डीजीपी गौरव यादव ने इस ऑपरेशन के बाद पूरी पुलिस टीम को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. पूरी घटना फिल्मी अंदाज में हुई.

इस बीच आरोपियों ने सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए लिंक रोड का इस्तेमाल किया. उन्होंने वारदात में अपने वाहन का इस्तेमाल नहीं किया. यह जानकारी पटियाला के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू ने दी. उन्होंने बताया कि खन्ना की एसएसपी ज्योति यादव और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा बच्चे को परिवार को सौंपने गए हैं.

बच्चे का घर से अपहरण किया गया था
जानकारी के मुताबिक बुधवार शाम 6 बजकर 15 मिनट पर 6 वर्षीय बच्चे भवकीरत सिंह का अपहरण हो गया. जब बच्चे का अपहरण हुआ तो वह घर के आंगन में खेल रहा था. बच्चे का अपहरण करने के लिए दो लोग आए थे और दोनों ने नकाब पहना हुआ था. वे बच्चे को बाइक पर ले गए. जैसे ही यह मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो तुरंत मुख्यमंत्री भगवंत मान और डीजीपी गौरव यादव के संज्ञान में लाया गया.

इसके बाद तीन जिलों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया. रात 2 बजे तक मलेरकोटला पुलिस ने बच्चों का अपहरण करने वाले दो लोगों को ट्रेस कर लिया. इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन आरोपियों के पास बच्चा नहीं था, जिससे पुलिस की चिंता बढ़ गई. इसी बीच आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि बच्चा जसप्रीत सिंह के पास है.पुलिस ने बताया कि किडनैपर की योजना बच्चे को छोड़ने के बदले परिवार से एक करोड़ रुपये लेने की थी.

स्कॉर्पियो को खेतों में ले जाया गया
इसके बाद आज शाम पटियाला पुलिस ने आरोपी को उसकी स्कॉर्पियो गाड़ी समेत घेर लिया. पुलिस ने जब उसे रुकने का इशारा किया तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. इस दौरान आरोपी घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद गाड़ी से बच्चे को बरामद कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि बच्चा काफी डरा हुआ था.

बच्चे के दादा गुरजंट सिंह ने बताया कि वह पेशे से किसान हैं. उनके पास करीब पंद्रह एकड़ जमीन है और वह ठेके पर जमीन लेकर खेती भी करते हैं. इसके अलावा वह गांव में कमीशन एजेंट का काम भी करते हैं. जब दोनों आरोपियों ने बच्चे का अपहरण किया तो उन्होंने करीब आठ किलोमीटर तक उनका पीछा किया, लेकिन आरोपी भागने में कामयाब हो गए. गुरजंट सिंह ने बताया कि यह तो तय है कि आरोपियों को उसके बारे में सब कुछ पता था और उन्होंने पहले ही रेकी कर ली थी.

30 लाख में डील
बच्चे के दादा गुरजंट ने बताया कि उन्होंने फोन करके एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. गुरजंट सिंह ने साफ कहा कि उसके पास एक करोड़ रुपये नहीं, बल्कि सिर्फ तीस लाख रुपये हैं. इस पर आरोपियों ने कहा था कि वे रात 8 बजे तक पैसों का इंतजाम करें. इस बीच गुरजंट सिंह ने पहले ही पुलिस को इसकी सूचना दे दी थी. जैसे ही पुलिस को आरोपियों के बारे में जानकारी मिली, उन्होंने कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

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