Friday, January 31, 2025

जामताड़ा में मुख्यमंत्री पशुधन योजना में गड़बड़ी, डीसी ने पशुपालन पदाधिकारी को लगाई फटकार

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जामताड़ा: झारखंड सरकार द्वारा चलायी जा रही मुख्यमंत्री पशुधन योजना में जामताड़ा में बड़े पैमाने पर अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है. अच्छे नस्ल के पशु नहीं देकर लाभुकों के बीच कमजोर पशुओं का वितरण किया जा रहा है. मामला उजागर होने के बाद जामताड़ा डीसी कुमुद सहाय ने पशुपालन पदाधिकारी को जमकर फटकार लगाई है.

अनुदान पर मिलता है किसानों को पशु

बता दें कि किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए झारखंड सरकार मुख्यमंत्री पशुधन योजना चला रही है. योजना के तहत पशुपालकों और लाभुकों को सरकारी अनुदान पर पशु देकर उन्हें रोजगार दिया जा रहा है. लेकिन जामताड़ा में यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने लगी है.

कमजोर पशुओं का किया जा रहा वितरण

मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत जामताड़ा में लाभुकों को अच्छी नस्ल की गाय न देकर कमजोर नस्ल की गाय का वितरण किया जा रहा है. कागज में हेराफेरी कर सरकारी राशि की बंदरबांट की जा रही है. कुछ लाभुकों ने शिकायत की है कि उन्हें जिस गाय की तस्वीर दिखायी गई थी वह गाय नहीं दी गई.

पशुपालन पदाधिकारी को लगाई फटकार

मुख्यमंत्री पशुधन योजना में शिकायत मिलने के बाद जामताड़ा डीसी कुमुद सहाय ने स्वयं कार्यक्रम स्थल पहुंचकर जांच की. जांच के दौरान उन्होंने शिकायत सही पाई. इस पर डीसी ने पशुपालन पदाधिकारी को जमकर फटकार लगाई और अच्छे नस्ल के पशु लाभुकों के बीच वितरण करने का निर्देश दिया.

जामताड़ा डीसी ने दी जानकारी

मौके पर जामताड़ा डीसी कुमुद सहाय ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री पशुधन योजना में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी. जिसपर जांच करने पहुंचे थे. लाभुकों के बीच कमजोर पशुओं का वितरण किया जा रहा था. इसे लेकर पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि लाभुकों के बीच कमजोर पशुओं का वितरण नहीं किया जाएगा. ऐसा पाए जाने पर पशुपालन पदाधिकारी पर कार्रवाई होगी.

भाजपा नेता ने की जांच की मांग

मामले को लेकर जामताड़ा के भाजपा नेता और भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य वीरेंद्र मंडल ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है. भाजपा नेता ने मामले में सरकार से जांच करने की मांग की है. उन्होंने सही लाभुकों को चिन्हित कर पशु वितरण करने की भी मांग की है.

पशुपालन पदाधिकारी ने दी सफाई

इस संबंध में पशुपालन पदाधिकारी ने कहा कि योजना के तहत पैसा लाभुकों के खाते में जाता है. लाभुक अपनी पसंद से गाय लेते हैं. दुधारू गाय ही लाभुकों को गी जाती है. बहरहाल, जिस उद्देश्य से सरकार मुख्यमंत्री पशुधन योजना चला रही है जामताड़ा में इस योजना की सफलता पर प्रश्न चिह्न लग गया है. इस पर प्रशासन और सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.

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