बिहार सरकार ने गंगा तटबंध पर कोईलवर से बक्सर के बीच 51 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है. 182 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह सड़क न सिर्फ वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराएगी, बल्कि इलाके को जाम से भी राहत दिलाएगी
बिहार सरकार ने गंगा नदी के तटबंध पर एक बड़ी परियोजना की मंजूरी दी है, जिससे क्षेत्रीय आवागमन को नई रफ्तार मिलेगी. कोईलवर से बक्सर के बीच 51 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण तटबंध पर किया जाएगा. जो न केवल वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगी, बल्कि ट्रैफिक जाम से राहत भी दिलाएगी.
जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार इस परियोजना की लागत करीब 182 करोड़ रुपये है. विभाग ने हाल ही में तटबंध का निरीक्षण कर इसकी स्थिति का जायजा लिया था. फिलहाल, तटबंध के ऊपर केवल कच्ची पगडंडी है, लेकिन अब इसे पक्का कर दो लेन की सड़क बनाई जाएगी, जिससे भारी और हल्के वाहन आसानी से गुजर सकेंगे.
बाढ़ जैसी परिस्थिति में जल्द मिलेगी राहत
इस सड़क निर्माण का उद्देश्य सिर्फ आवागमन नहीं, बल्कि आपात स्थिति में तटबंध तक तुरंत पहुंच को सुनिश्चित करना भी है. सड़क के बनने से बाढ़ जैसी परिस्थितियों में त्वरित राहत पहुंचाना संभव होगा. साथ ही, तटबंधों के कमजोर हिस्सों की निगरानी और मरम्मत में भी तेजी लाई जा सकेगी.
जुड़ेंगे आरा, डुमरांव और शाहपुर जैसे कस्बे
इस परियोजना से आरा, बिहियां, शाहपुर और डुमरांव जैसे कस्बों को बक्सर और पटना से वैकल्पिक मार्ग से जोड़ा जाएगा. मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोगों को लंबी दूरी तय करने में कम समय लगेगा.
भविष्य में विस्तार की योजना
सरकार इस परियोजना को भविष्य में और विस्तारित करने की योजना भी बना रही है. यह सड़क रणनीतिक रूप से न केवल आवागमन को सुगम बनाएगी, बल्कि तटबंधों की सुरक्षा और जलप्रबंधन के दृष्टिकोण से भी अहम साबित होगी.
इस कदम से न केवल बक्सर और कोईलवर के बीच की दूरी और समय में कटौती होगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नई दिशा मिलेगी. यह सड़क लोगों के लिए राहत और विकास दोनों लेकर आएगी.