पलामूः कुख्यात सोना लूटेरे ने बिहार के मुंगेर से हथियारों का जखीरा खरीदा था. मुंगेर से एक कार्बाइन और 6 पिस्टल खरीदी थी. कुख्यात सोना लुटेरा मोनू सोनी उर्फ बुकी को छत्तीसगढ़ के एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था. मोनू सोनी उर्फ बुकी पलामू के चैनपुर के इलाके का रहने वाला है.
मोनू को पलामू पुलिस ने छत्तीसगढ़ से रिमांड पर लिया था और पूछताछ की है. पलामू पुलिस की पूछताछ में कई बातों का खुलासा हुआ है. मोनू सोनी को पलामू पुलिस ने सतबरवा के एक अपराधी घटना के मामले में रिमांड पर पलामू लाया था. पूछताछ में मोनू सोनी ने बताया है कि सोना लूट एवं अपराधी घटनाओं को अंजाम देने के लिए उसने बिहार के मुंगेर से एक कार्बाइन और छह पिस्टल खरीदी थी. हथियारों की खरीद के लिए लाखों रुपए खर्च किए गए थे.
जेल में जमशेदपुर के कुख्यात डॉन से हुई थी दोस्ती
मोनू सोनी की जेल में रहने के दौरान जमशेदपुर के कुख्यात विकास उर्फ हेती के साथ दोस्ती हुई थी. इसी दोस्ती के बाद हथियारों की खरीद एवं गिरोह को खड़ा करने की योजना बनी थी. हथियारों की खरीद के बाद सबसे पहले जमशेदपुर में ही सोना लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. गिरोह में मोनू ने वैसे लोगो को शामिल किया था जो किसी आपराधिक घटना में जेल में बंद थे. जिसमें कई पूर्व नक्सली और अपराधी भी हैं.
मोनू सोनी को पलामू पुलिस ने रिमांड पर लिया है, जिसमें कई बातों का खुलासा हुआ है. पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है. पूछताछ में हथियारों की खरीद समेत कई जानकारियां मिली हैं. रीष्मा रमेशन, एसपी पलामू
छत्तीसगढ़, बंगाल समेत कई राज्यों में बड़ी घटनाओं को अंजाम देने का आरोपी है
मोनू सोनी पर छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में कई बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है. पलामू में मोनू सोनी गिरोह के साथ पुलिस की मुठभेड़ भी हुई थी, जिसमें एक अपराधी को गोली भी लगी थी. मोनू सोनी झारखंड के जमशेदपुर, रांची, ओडिशा के संबलपुर और छत्तीसगढ़ के इलाके में करोड़ों का सोना लूट का आरोपी है.
पश्चिम बंगाल में एक बड़ी हस्ती पर भी फायरिंग करने का आरोप है. छत्तीसगढ़ में लगातार घटनाओं को अंजाम देने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने मोनू सोनी के खिलाफ एसटीएफ बनायी थी. बाद में एसटीएफ ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया था. मोनू सोनू ने लूट के सोने को पलामू स्थित अपने घर में छुपा कर रखा था.