Saturday, April 19, 2025

एयर कंडीशनर रूम में स्मोकिंग करने से बढ़ सकता है AC ब्लास्ट होने का खतरा, जानें कितना खतरनाक है यह

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विशेषज्ञों का कहना है कि बिना बाहर जाए AC कमरों में स्मोकिंग करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इससे AC बलास्ट का खतरा रहता है…

भीषण गर्मी के कारण AC में आग लगने की खबरें तो आपने सुनी ही होंगी. पिछले साल 2024 में गर्मी के महीनों में एसी ब्लास्ट की खबरों ने सबको डरा दिया था. गर्मी इतनी तेज थी कि एसी का लोड बढ़ गया और AC ब्लास्ट की घटनाएं होने लगीं. लोगों को ठंडी हवा देकर गर्मी से राहत दिलाने वाले एसी भी आग का गोला बनते जा रहे हैं. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि हर दो घंटे में 5-7 मिनट के लिए AC बंद कर देना चाहिए. ताकि AC को थोड़ा आराम मिले और आग लगने की घटनाएं कम हो जाए. लेकिन हद तो यह है कि गर्मी के कारण कई लोग एसी वाले कमरे में ही सिगरेट पीते रहते हैं, जो और भी खतरनाक है.

एसी वाले कमरे में स्मोकिंग करना खतरनाक
इस गर्मी में बिना AC के लंबे समय तक रहना मुश्किल है. लेकिन, स्मोकिंग करने वाले लोग जहां भी मौका मिलता है, वहीं स्मोकिंग करना शुरू कर देते हैं. स्मोकिंग करने वालों को न तो समय की परवाह होती है और न ही जगह की. इस वजह से वे ठंडे AC कमरों में भी स्मोकिंग करते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि बिना बाहर जाए AC कमरों में बार-बार स्मोकिंग करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. विशेषज्ञों का कहना है कि घर में एसी चलाकर बैठना और एक के बाद एक सिगरेट पीना आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है. पहला खतरा तो यह है कि आपका एसी कभी भी फट सकता है और दूसरा यह सेहत के लिए भी बहुत खतरनाक है.

कई अलग-अलग अध्ययनों और pubmed.ncbi में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि AC कमरे में स्मोकिंग करने से शरीर की ‘हीट इनटॉलेरेंस’ या ‘कूलिंग प्रोसेस’ कमजोर हो जाती है. नतीजतन, सिगरेट के धुएं से निकलने वाली गर्मी शरीर के अंदर ही रहती है. इसका असर दिल, दिमाग, फेफड़े और किडनी पर पड़ता है. नतीजतन, ‘हीट स्ट्रोक’ से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं. यह आदत उन लोगों के लिए भी घातक हो सकती है जो अप्रत्यक्ष रूप से सिगरेट के धुएं के संपर्क में आते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अत्यधिक धूम्रपान से फेफड़े, गले और मुंह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. अगर आपको हृदय संबंधी समस्या है तो यह और भी जटिल हो जाता है.

स्मोकिंग कैसे बन सकता है AC का कारण
एयर कंडीशनर में इनडोर एयर क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए डिजाइन किए गए फिल्टर होते हैं, सिगरेट से निकलने वाले प्रदूषकों की मात्रा इतनी अधिक होती है कि यह जल्दी ही AC फिल्टर पर अवशेषों की परत चढ़ा देता है. ऐसे में फिल्टर को महीने में कम से कम एक बार बदलना चाहिए. फिल्टर का बदलन इस बात पर निर्भर करता है कि एक दिन में उस कमरे में कितनी सिगरेट पी जाती है या घर में कितने स्मोकिंग करने वाले रहते हैं.

AC कमरे में स्मोकिंग करने से सीधे तौर पर एसी ब्लास्ट नहीं होता है, लेकिन यह एसी में आग लगने की संभावना को बढ़ा सकता है. स्मोकिंग से निकलने वाला धुआं और हार्मफुल केमिकल्स AC में धूल और गंदगी के साथ मिलकर ज्वलनशील पदार्थ बनाते हैं. अगर एसी में कोई खराबी है, जैसे कि शॉर्ट सर्किट या गैस रिसाव, तो यह ज्वलनशील पदार्थ आग लगने का कारण बन सकते हैं.

Smoking in an air conditioned room can increase the risk of AC blast

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