कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी स्केच ने पटना में खुफिया हलचल तेज कर दी. स्केच से मिलते-जुलते हुलिए वाले दो युवकों की मौजूदगी की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और शहर भर में छापेमारी शुरू हो गई.
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी किए गए तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच ने बिहार की राजधानी पटना में खलबली मचा दी. देर रात खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला कि स्केच में दिख रहे दो संदिग्धों से मिलते-जुलते चेहरे पटना शहर में देखे गए हैं. इनपुट मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस अलर्ट हो गई और तीन टीमों ने शहर के प्रमुख इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी.
पुलिस ने डाकबंगला चौराहा, पटना जंक्शन, फ्रेजर रोड और होटल गली जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में घंटों तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान सीसीटीवी फुटेज की मदद से तीन युवकों की पहचान की गई और अंततः फ्रेजर रोड स्थित एक अपार्टमेंट से उन्हें हिरासत में लिया गया. पूछताछ के बाद सामने आया कि तीनों युवक दरभंगा जिले के रहने वाले हैं और कपड़े के व्यवसाय से जुड़े हैं.
काफी हद तक मेल खा रहे थे चेहरे
पुलिस को शक इसलिए हुआ क्योंकि दो युवकों का चेहरा जारी किए गए स्केच से काफी हद तक मेल खा रहा था. साथ ही, इन युवकों को डाकबंगला चौराहे के पास संदिग्ध तरीके से फोटो खींचते देखा गया था. पूछताछ में एक युवक ने बताया कि वह पहली बार पटना आया है और अपने दोस्त को लोकेशन दिखाने के लिए फोटो भेज रहा था. पूछताछ और स्थानीय थाने से सत्यापन के बाद तीनों को बॉन्ड भरवाकर छोड़ दिया गया.
खुफिया और स्थानीय एजेंसियों की बढ़ी चौकसी
उल्लेखनीय है कि सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम हमले के संदिग्धों आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा के स्केच चश्मदीदों की मदद से तैयार किए हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि कौन सा स्केच किस आतंकी से मेल खाता है. इस घटना ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि आतंकी घटनाओं के बाद कैसे खुफिया और स्थानीय एजेंसियां चौकसी बढ़ा देती हैं. जिससे संभावित खतरों को समय रहते टाला जा सके.
