वैशाख कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि तीर्थयात्रा के लिए अच्छी है. विस्तार से पढ़ें.
आज 15 अप्रैल, 2025 मंगलवार, के दिन वैशाख महीने की कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि है. इस तिथि के देवता वायु हैं, जो धरती पर मौजूद हवा के देवता हैं. यह तिथि नए भवन निर्माण के साथ तीर्थयात्रा करने के लिए अच्छी मानी जाती है. आज पहला वैशाख भी है, जिसे पोइला बैशाख भी कहते हैं. आज के दिन त्रिपुष्कर योग भी बन रहा है.
15 अप्रैल का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : वैशाख
- पक्ष : कृष्ण पक्ष द्वितीया
- दिन : मंगलवार
- तिथि : कृष्ण पक्ष द्वितीया
- योग : सिद्धि
- नक्षत्र : विशाखा
- करण : गर
- चंद्र राशि : तुला
- सूर्य राशि : मेष
- सूर्योदय : सुबह 06:19 बजे
- सूर्यास्त : शाम 07:00 बजे
- चंद्रोदय : रात 9.03 बजे
- चंद्रास्त : सुबह 6.54 बजे
- राहुकाल : 15:49 से 17:25
- यमगंड : 11:04 से 12:39
दैनिक महत्व की गतिविधियों के लिए उपयुक्त है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा तुला राशि और विशाखा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र 20 डिग्री तुला से 3:20 डिग्री वृश्चिक राशि तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह बृहस्पति और देवता सतराग्नि हैं, जिसे इन्द्राग्नि भी कहा जाता है. यह मिश्रित प्रकृति का नक्षत्र है. नियमित कर्तव्यों के पालन के लिए, किसी की पेशेवर जिम्मेदारियों को सौंपने के लिए, घरेलू काम और दिन-प्रतिदिन के महत्व की किसी भी गतिविधि के लिए ये उपयुक्त नक्षत्र है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 15:49 से 17:25 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.