Thursday, May 22, 2025

अधिकारी की पत्नी को किया डिजिटल अरेस्ट, 59.44 लाख की ठगी में 2 गिरफ्तार

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साइबर अपराधियों ने एक अधिकारी की पत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर 59 लाख से अधिक की ठगी की। पुलिस ने पटना से दो आरोपियों अजय कुमार सिन्हा और उसके बेटे सौरभ शेखर को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर पीड़िता को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी दी थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल सिम कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।

रांची। डोरंडा निवासी एक अधिकारी की पत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों ने 59 लाख 44 हजार 307 रुपये की साइबर ठगी के मामले में साइबर अपराध थाने की पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

गिरफ्तार आरोपितों में बिहार के पटना जिले के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के टिकिया टोली महेंद्रु निवासी अजय कुमार सिन्हा व उनका बेटा सौरभ शेखर शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपितों के पास से दो मोबाइल, तीन सिमकार्ड, दो आधार कार्ड, दो चेकबुक व कांड से संबंधित वॉट्सऐप चैट बरामद किए गए हैं।

सीआईडी के अधीन संचालित रांची स्थित साइबर अपराध थाने में 28 मार्च को पीड़िता ने अज्ञात साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

उन्होंने बताया था कि उनके मोबाइल पर साइबर अपराधियों का वॉट्सऐप कॉल आया और आरोपित ने खुद को सीबीआई का अधिकारी बताकर मनी लॉन्ड्रिंग के फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी। वह डर गईं और उक्त साइबर अपराधी के झांसे में आ गईं। इसके बाद अपराधियों ने पीड़िता को भयभीत कर उनसे बैंक खातों का डिटेल्स लिया और उन खातों से 59 लाख 44 हजार 307 रुपयों का हस्तांतरण कर लिया।

साइबर अपराध थाने की पुलिस ने राशि हस्तांतरण वाले बैंक खाते का तकनीकी विश्लेषण किया। मिले साक्ष्यों व दस्तावेजों के आधार पर रांची से अधिकारियों की एक टीम पटना पहुंची, जहां आरोपितों को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर कांड से संबंधित साक्ष्य को भी बरामद किया।

पिता के खाते में एक दिन में आए 1.47 करोड़ रुपये, सात राज्यों में दर्ज हैं शिकायतें

साइबर अपराध थाने की पुलिस ने छानबीन में पाया कि कांड के आरोपित अजय कुमार सिन्हा ने महिला एवं ग्रामीण विकास कल्याण समिति के नाम पर एचडीएफसी बैंक में खाता नंबर 50200056506016 खुलवाया था। इसी खाते में पीड़ितों से ठगे गए रुपयों जमा कराए जाते थे।

इसके पीछे यह उद्देश्य था कि धोखाधड़ी को किसी सामाजिक संस्था की आड़ में छुपाया जा सके। इसमें आने वाले रुपयों को अजय कुमार सिन्हा का बेटा सौरभ शेखर ट्रांजेक्शन करता था। छानबीन में पता चला कि इस खाते में केवल एक दिन में एक करोड़ 47 लाख 95 हजार 307 रुपये क्रेडिट हुए थे।

इस खाते के बारे में साइबर अपराध थाने की पुलिस ने नेशनल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से जानकारी ली तो पता चला कि इसके विरुद्ध झारखंड में एक, महाराष्ट्र में दो, पुड्डुचेरी में एक, उत्तराखंड में दो व बिहार में एक यानी कुल सात शिकायतें दर्ज हैं।

ऐसे लोगों को अपने झांसे में लेते हैं साइबर अपराधी, रहें सावधान

साइबर अपराध थाने की पुलिस ने आम लोगों को ऐसे अपराधियों से सावधान रहने की अपील की है। साइबर अपराधी स्वयं को केंद्रीय एजेंसी जैसे सीबीआई, एनसीबी या एनआइए का अधिकारी बताकर पीड़ित को वीडियो कॉल करता है।

कॉल के दौरान अपराधी सरकारी वर्दी पहने व्यक्ति का वीडियो दिखाकर विश्वास दिलाता है कि पीड़ित के नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग या कोई अन्य गंभीर मामला है। इसके बाद डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर मानसिक रूप से भयभीत करता है।

इस भय का लाभ उठाकर आरोपित पीड़ित से ठगी के उद्देश्य से तत्कॉल भुगतान की मांग करता है। भुगतान के लिए बैंक खाता डिटेल्स साझा करते ही पीड़ित से एक या एक से अधिक बार में बड़ी धनराशि ट्रांसफर करवा लेते हैं। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे कोई भी सरकारी जांच एजेंसी वीडियो कॉल नहीं करती है।

किसी अनजान के दबाव में आकर धनराशि स्थानांतरित न करें। बैंक डिटेल्स, ओटीपी, यूपीआई पिन किसी के साथ साझा नहीं करें। यदि कोई खुद को अधिकारी बताकर कॉल करता है और पैसे मांगता है तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट साइबरक्राइम डाट जीओवी डाट इन पर शिकायत दर्ज करें। साइबर ठगी से संबंधित किसी भी सूचना पर स्थानीय साइबर थाना या नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।

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